
फर्राटेदार अंग्रेजी बोलना, लिखना आज के समय तरक्की के लिए बेहद जरूरी शर्त हो गया है। चाहे आप किसी भी पेशे में हो अंग्रेजी आपकी सफलता की गारंटी बन जाती है। लेकिन भारत जैसे देश में छोटे शहर के मध्यम वर्गीय परिवार के युवाओं के लिए अंग्रेजी कई बार कामयाबी की राह में बड़ा रोड़ा बन जाती है। काम से संबंधित सभी गुण और समझ होने के बाद भी अंग्रेजी की कमजोरी के कारण लोग आगे नहीं बढ़ पाते हैं। लेकिन सोशल मीडिया और डिजिटल क्रांति के मौजूदा युग में कई ऐसे साधन उपलब्ध हैं, जिससे लोग अपनी कमजोरी को दूर कर सफलता के शिखर पर चढ़ सकते हैं। सोशल मीडिया पर ऐसा ही एक प्लेटफॉर्म है इंग्लिश लवर्स। जो लोगों को सरल और रोचक तरीके से अंग्रेजी लिखना, बोलना सिखाती है।
भिवानी के सत्येंद्र सिंह की कहानी
इंग्लिश लवर्स के संस्थापक सतेंद्र सिंह हरियाणा के दक्षिण पश्चिमी हिस्से के एक छोटे शहर भिवानी के रहने वाले हैं। उन्होंने अपने जीवन में अंग्रेजी के कारण कई तकलीफें झेली। जिसके बाद उन्होंने अपने जैसे अन्य लोगों की परेशानी को दूर करने का बीड़ा उठाया। एक मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाले सत्येंद्र ने पढ़ाई के दौरान कई बीपीओ के साथ काम किया। इसी दौरान उन्होंने बैंक में नौकरी की।
सब तक अंग्रेजी पहुंचाने का उठाने का बीड़ा
लेकिन खुद के ज्ञान को दूसरों तक पहुंचाने के उद्देश्य के साथ सत्येंद्र अंग्रेजी पढ़ाने के पेशे में उतर आए। एम.ए (इंग्लिश) में गोल्ड पदक जीतने वाले सतेंद्र ने बताया कि उन्होंने हमेशा से चाहा कि अंग्रेजी सभी के लिए आसानी से उपलब्ध हो। लेकिन छोटे शहर से होने के कारण उन्हें पता था कि छात्रों को अंग्रेजी बोलने और समझने में आत्मविश्वास की कमी के कारण उच्च शिक्षा या नौकरियों के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा में कितनी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
विदेश में रहकर अंग्रेजी की बारिकियों को सीखा
ऐसे में सतेंद्र ने लोगों की उन परेशानियों को दूर करने का बीड़ा उठाया। कुछ वर्ष विदेश में रहकर भी सत्येंद्र ने अंग्रेजी पर काम किया और विदेशियों के बीच रहकर इस भाषा और उसकी बारीकीयों को और बेहतर समझा। इसके बाद वह अपने सपनों को हकीकत में बदलने के लिए देश वापस आए। शुरुआत में उन्होंने डीपीएस जैसे प्रतिष्ठित स्कूल में पढ़ाया, लेकिन बाद में, उन्होंने और अधिक लोगों तक पहुँचने और अंग्रेजी सीखने को सरल बनाने के लिए सोशल मीडिया का रुख किया।
सत्येंद्र के चैनल के तीन मिलियन से ज्यादा सब्सक्राइबर
इसके बाद उन्होंने इंग्लिश लवर्स (English lovers) नामक यूट्यूब चैनल बनाकर लोगों को अंग्रेजी की बारिकियों को सिखाना शुरू किया। जल्द ही पढ़ाने का उनका सरल और रोचक तरीका छात्रों के साथ-साथ कामकाजी पेशेवरों के बीच भी लोकप्रिय होने लगा। वर्तमान में सतेंद्र सिंह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे यूट्यूब, इंस्टाग्राम और फ़ेसबुक पर स्पोकन इंग्लिश के लिए सबसे अधिक फॉलो किए जाने वाले शिक्षकों में से एक बन गए हैं। उनका यूट्यूब चैनल 'इंग्लिश लवर्स' (English lovers) के 3 मिलियन सब्सक्राइबर की संख्या पार कर चुका हैं।
छात्रों ने बताया कि अंग्रेजी पर पाई कमांड
उनके द्वारा एक अन्य चैनल 'नौकरी लवर्स' (Naukri lovers) छात्रों की विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में मदद करता है। एक शिक्षक के रूप में अपनी भूमिका के विषय में सतेंद्र कहते हैं कि "मुझे अपने छात्रों को पढ़ाने में उतना ही आनंद आता है जितना एक कलाकार को अपनी कलाकृति के निर्माण में।
सत्येंद्र के छात्रों का कहना है कि 'इंग्लिश लवर्स' के माध्यम से स्पोकन इंग्लिश सीखने से न केवल अंग्रेजी समझने और इस पर कमांड पाने में आसानी हो गई है, बल्कि इसने उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ाया है। अब वे बिना झिझक के अपने विचारों को अंग्रेजी में अभिव्यक्त कर सकते हैं और बेहतर ढंग से अपने आप को व्यक्त कर सकते हैं।
स्पोकन इंग्लिश की किताब की लिखी
सतेंद्र सिंह के आधिकारिक ऐप 'इंग्लिश लवर्स' (English Lovers) के माध्यम से छात्र उनके लाइव क्लासेस, अध्ययन सामग्री और विभिन्न कोर्सेज़ तक पहुँच सकते हैं और अपने स्पोकन इंग्लिश तथा अंग्रेजी भाषा कौशल को मजबूत कर सकते हैं। हाल ही में, सतेंद्र सिंह ने अपनी पुस्तक 'स्पोकन इंग्लिश कोर्स, जीरो लेवल से हीरो लेवल' (Spoken English Course, Zero Level to Hero Level) भी लॉन्च किया है, जो अमेज़ॅन पर चार महीने से अधिक समय तक सर्वाधिक बिकने वाली पुस्तकों में शामिल रही।
चेतन भगत सहित कई दिग्गज कर चुके तारीफ
चेतन भगत जैसे कई प्रमुख व्यक्तियों ने उनके काम की प्रशंसा की है। संदीप महेश्वरी और आचार्य प्रशांत जी के पॉडकास्टस का वह हिस्सा रहे हैं। सतेंद्र ने जोश टॉक्स जैसे मंचों पर भी अपनी कहानी सभी के साथ साझा की है। वह कहते हैं कि स्पोकन इंग्लिश या आप जो भी भाषा सीखना चाहते हैं, उसे मास्टर करने के लिए तीन मूल मंत्र हैं- गलतियाँ करने से नहीं घबराना; भाषा को अपने जीवन और रोज़मर्रा की बातचीत का हिस्सा बनाना; भाषा के चारों कौशलों यानी सुनने, पढ़ने, लिखने और बोलने का निरंतर अभ्यास करना।
Published on:
14 Jul 2023 10:06 pm
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