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असम से मानव तस्करी रैकेट में शामिल होने के आरोप में दो गिरफ्तार

अंतरराज्यीय मानव तस्करी रैकेट में शामिल होने के आरोप में असम पुलिस ने मोरीगांव से दो लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार, आरोपियों की पहचान मोरीगांव के बाबुल अली और बसीर अहमद के रूप में हुई।

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असम से मानव तस्करी रैकेट में शामिल होने के आरोप में दो गिरफ्तार

असम से मानव तस्करी रैकेट में शामिल होने के आरोप में दो गिरफ्तार

गुवाहाटी . अंतरराज्यीय मानव तस्करी रैकेट में शामिल होने के आरोप में असम पुलिस ने मोरीगांव से दो लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार, आरोपियों की पहचान मोरीगांव के बाबुल अली और बसीर अहमद के रूप में हुई। ऑपरेशन के दौरान तेजपुर की दो नाबालिग लड़कियों को पुलिस ने बचाया। कथित तौर पर नाबालिगों को आरोपियों द्वारा "उन्हें बेचने" के इरादे से राज्य के बाहर ले जाया जा रहा था। उन्हें फिलहाल एक सुरक्षित स्थान पर रखा गया है और किसी भी संभावित आघात के लिए उनका इलाज किया जा रहा है। पुलिस ने कहा कि घटना की जांच की जा रही है और जल्द ही नाबालिगों को उनके घर भेज दिया जाएगा। कथित तस्करी के प्रयास के संबंध में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आरोपियों से पूछताछ की जाएगी।
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असम को बाल विवाह से मुक्त करने के लिए चलाया अभियान

असम को बाल विवाह से मुक्त करने के लिए राज्य के 20 जिलों में एक अभियान चलाया गया। अभियान में हजारों की संख्या में पुरुषों और महिलाओं ने बाल विवाह प्रथा को खत्म करने का संकल्प लिया। राज्य में शुरू हुआ यह राष्ट्रव्यापी अभियान ‘बाल विवाह मुक्त भारत’ का एक हिस्सा है। 2030 तक इस प्रथा को खत्म करने के लिए 300 से अधिक जिलों में महिला कार्यकर्ताओं और 160 नागरिक समाज संगठनों के नेतृत्व में अभियान चलाया जा रहा है।
असम सरकार द्वारा बाल विवाह के खिलाफ इस साल दो चरणों में कार्रवाई शुरू की गई। फरवरी में पहले चरण में 3483 लोगों को गिरफ्तार किया गया था और दूसरे चरण में अब तक 915 अन्य लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। उल्लेखनीय है कि इस साल जनवरी में सीएम हिमंत बिस्वा सरमा की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में बाल विवाह के आरोपितों पर पाक्सो एक्ट के तहत कार्रवाई का फैसला लिया गया था।