दरअसल विधानसभा चुनाव के पहले लाड़ली बहना योजना का रजिस्ट्रेशन किया गया था। इस योजना का लाभ उन महिलाओं को दिया गया, जिनके परिवार की आय 2.50 लाख रुपए है। दूसरे चरण में उन महिलाओं को लाड़ली बहना योजना में जोड़ा गया, जिनके पति के नाम ट्रैक्टर था। शहर सहित जिले में 3 लाख 18 हजार 997 महिलाओं के आवेदन आए। दिसंबर तक अधिकतर महिलाओं को पैसे मिले, लेकिन जनवरी से मई के बीच काफी संख्या कम हो गई।
आधार बनवाते वक्त तारीखें गलत
– शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में आधार बनाने के लिए कैंप लगाए थे। आधार के फॉर्म में जन्म तिथि अनिवार्य है, लेकिन जब ऑनलाइन आवेदन किया गया तो ऑपरेटर ने जन्म तिथि एक समान लिखा। एक जनवरी की तारीख लिखी गई। एक जनवरी की तारीख लिखे जाने की वजह से 2917 महिलाएं 60 साल की हो गई। – लाड़ली बहना योजना के लाभ से वंचित होने के बाद शासन ने शिकायत की व्यवस्था नहीं की है, क्योंकि जिले के कार्यालय से इस योजना में कोर्ई सुधार नहीं किया जा सकता है। न भोपाल में शिकायत की व्यवस्था है। इस कारण महिलाएं सीएम हेल्पलाइन पर शिकायतें दर्ज कर रही हैं, ताकि उन्हें 1250 रुपए फिर से मिल सकें।
– सीएम हेल्पलाइन में 1713 शिकायतें दर्ज हैं। इसमें लाड़ली बहना योजना का पैसा फिर से लेने के लिए आवेदन किए हैं। – 413 महिलाओं को स्वेच्छा से योजना का लाभ छोडऩा बताया गया है। अब ये महिलाएं शिकायत कर रही हैं कि उन्होंने कहीं भी आवेदन नहीं किया। फिर कैसे नाम हट गया है। महिला बाल विकास विभाग में शिकायत भी कर रही हैं।
जिले में लाड़ली बहना योजना पर एक नजर
कुल आवेदन आए- 318997 कुल अपात्र महिलाएं- 2333 स्वेच्छा से लाभ त्यागा- 413 मृत महिलाओं की संख्या-41 समग्र आइडी से डिलीट-191 आधार की समग्र से डिलीट- 31 60 साल की उम्र- 2917 कुल लाभ मिल रहा- 310483 पिछले पाच माह में महिलाओं को मिला लाभ महीना महिला रकम करोड़ में जनवरी 311554 38.30 फरवरी 311591 38.30
मार्च 311600 38.30 अप्रैल 310493 38.17 मई 310483 38.17