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SADA:865 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में से सबसे पहले विकसित करेंगे 90 वर्ग किलोमीटर एरिया

865 वर्ग किलोमीटर के अधिसूचित साडा क्षेत्र के 90 वर्ग किलोमीटर हिस्से में सड़क, सीवर, बिजली,पानी और पार्क आदि का विकास करने के लिए करीब 300 करोड़ रुपए जुटाने की प्लानिंग तैयार की जा रही है।

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SADA:865 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में से सबसे पहले विकसित करेंगे 90 वर्ग किलोमीटर एरिया

SADA:865 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में से सबसे पहले विकसित करेंगे 90 वर्ग किलोमीटर एरिया

-निगमायुक्त ने साडा सीईओ का अतिरिक्त प्रभार मिलने के बाद ली पहली बैठक
ग्वालियर। क्षेत्र के विकास को वर्ष 2035 की योजना के हिसाब से तैयार किया जाएगा। सबसे पहले गुप्तेश्वर मंदिर से तिघरा रोड को बेहतर किया जाएगा। इसके साथ ही वेस्टर्न बायपास के काम में आ रहे अड़ंगों को अगले दो महीने में दूर कराने का लक्ष्य रखा गया है। एसएसबी और आईटीबीपी सहित जिन शासकीय संस्थाओं ने जमीन लेने में रुचि ली है, उनसे कार्रवाई पूरा करवाकर निवेश कराने के प्रयास किए जाएंगे। इन सब बिंदुओं पर काम करने के निर्देश सोमवार की शाम हुई साडा की बैठक में सीईओ किशोर कान्याल ने दिए हैं। सीईओ ने अभी तक हुए विकास कार्यों की समीक्षा की। इसके बाद भविष्य की प्लानिंग और ग्रीन फील्ड सिटी विकसित करने को लेकर नए सिरे से प्लानिंग करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में
साडा के लेखाधिकारी नरेन्द्र कुमार शर्मा, सम्पदा अधिकारी नवल सिंह राजपूत, उपयंत्री हरनाम सिंह, हरीश पाल और दीपक दुबे सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।
इनसे बढ़ेगी आस
वेस्टर्न बायपास
-26 किलोमीटर के वेस्टर्न बायपास को लेकर अगले दो महीने में काम शुरू कराने के लक्ष्य के साथ प्लानिंग की जा रही है। सीईओ ने साडा अधिकारियों से पूरी प्लानिंग मांगी है। इस पूरी प्लानिंग के साथ राज्य और केन्द्र सरकार से मदद मांगी जाएगी।
लॉजिस्टिक हब
-ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा देने के लिए साडा में लॉजिस्टिक हब बनाने की प्लानिंग पर काम शुरू किया जा रहा है। इस प्लानिंग से नॉर्थ, वेस्ट, ईस्ट, साउथ कॉरीडोर से जोडऩे के लिहाज से तैयार किया जाएगा। क्षेत्र चिन्हित करके यहां पूरी सुविधाएं ट्रिपल पी मॉडल पर विकसित कराने की योजना बनाई जा रही है।
एसएसबी
-वर्ष 2014 में 12 करोड़ रुपए की लागत से 37 एकड़ भूमि साडा से खरीदकर एक बटालियन मुख्यालय स्थापित करने की योजना बनी थी। 151 करोड़ रुपए से स्थापित होने वाले एसएसबी के इस मुख्यालय के पहले चरण की लागत 49.38 करोड़ रुपए है। ग्वालियर के लिए तैयार किया गया प्रस्ताव दिसंबर 2018 से लंबित है। अब इसको फायनल करने के लिए दिल्ली बात करके काम शुरू कराने का प्रयास किया जाएगा।
आईटीबीपी
-सपोर्ट वैपन्स ट्रैनिंग स्कूल (एसडब्ल्यूटीएस) की स्थापना के लिए आईटीबीपी ने 32.38 करोड़ रुपए में 100 एकड़ भूमि साडा क्षेत्र में खरीदने का प्रस्ताव तैयार किया था। भूमि की स्वीकृत होने के बाद 31 मार्च 2021 तक यह खरीद होनी थी, लेकिन अभी तक यह लंबित है। इस परियोजना को मंजूरी दिलाने के लिए वरिष्ठ स्तर पर बात की जाएगी।
वरिष्ठ स्तर से लेंगे सहयोग
-विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण को नए सिरे से विकसित करने के लिए प्लानिंग तैयार करवा रहे हैं। सबसे पहले गुप्तेश्वर से तिघरा की सड़क और बायपास मार्ग को बनाने के लिए अगले दो महीने में कांक्रीट निर्णय करवाने का प्रयास है। इसके साथ ही साडा एरिया में आंतरिक सड़क, सीवर, बिजली सहित अन्य संसाधन विकास के लिए भी प्लानिंग की जा रही है। निवेश लाने के लिए हम वरिष्ठ स्तर से सहयोग लेंगे। इसके अलावा एसएसबी, आईटीबीपी सहित अन्य शासकीय संस्थानों से काम शुरू कराने को लेकर बात की जाएगी। इससे साडा के लिए जरूरी धन की आवक शुरू हो सकेगी।
किशोर कान्याल, मुख्य कार्यपालन अधिकारी-साडा