छह दिन पहले रेलवे स्टेशन के सर्कुलेङ्क्षटग एरिया से लावारिस हालत में दो बच्चियों व एक दो माह का मासूम बच्चा मिला था। आरपीएफ के जवानों ने ग्वालियर के साथ धौलपुर और आगरा तक बच्चों के परिजन को ढूंढना शुरू किया। आरपीएफ को कुछ लोगों ने बताया कि मनिया में बच्चों के परिजन मिल सकते हैं। इस आधार पर जवान वहां पहुंचे तो कुछ लोगों ने हुलिए के आधार पर बताया कि ये लोग दो महीने पहले ही यहां से चले गए हैं, धौलपुर में मिल सकते हैं। आरपीएफ की टीम धौलपुर पहुंची तो धौलपुर रेलवे स्टेशन पर विनोद कुशवाह अपनी पत्नी के साथ मजदूरी करते हुए मिला। जब उससे पूछताछ की तो उसने बताया कि उसके बच्चे गुम हो गए हैं। उन्होंने बताया कि वह ग्वालियर से रोज धौलपुर में काम करने के लिए जाते थे और बच्चों को ऐसे ही कहीं भी छोड़कर चले जाते हैं।
जिस दिन गायब हुए उस दिन लेट हो गए थे
आरपीएफ को विनोद ने बताया कि जिस दिन बच्चे हमसे छूट गए थे, उस दिन धौलपुर गए और वापस आने के समय उनकी ट्रेन छूट गई थी, ऐसे में वह दोनों वहीं रुक गए। अगले दिन जब वह आए तो उनके बच्चे गायब थे। शनिवार को आरपीएफ निरीक्षक माता-पिता को कैला देवी बालिका गृह लेकर पहुंचे, जहां बच्चों ने अपने माता-पिता को पहचान लिया। अब बच्चों को सोमवार को उनके सुपुर्द किया जाएगा। वहीं केआरएच में भर्ती बच्चे की हालात काफी खराब बनी हुई है।
सोमवार को किया जाएगा सुपुर्द
बच्चों के माता-पिता को धौलपुर से ढूंढ लिया है। हमारी टीम लगातार इन पर नजर रखे थी। सोमवार को बच्चों को उनके सुपुर्द किया जाएगा। संजय आर्या, आरपीएफ टीआइ