
कूनो में फिर एक चीते की मौत, मादा चीता से संघर्ष की आशंका
श्योपुर. अफ्रीका व नामीबिया से आए चीतों की कूनो अभयारण्य में हो रही लगातार मौत ने कूनो प्रबंधन की नींद उड़ा दी है। मंगलवार को एक और चीते तेजस की मौत हो गई। इससे पहले तीन वयस्क चीता और ३ चीता शावकों की मौत हो चुकी है। मंगलवार सुबह ये चीता बड़े बाड़े में तेजस घायल मिला था और गर्दन में चोट के निशान थे। उपचार के लिए पहुंची पशु चिकित्सकों की टीम के पहुंचने से पहले ही चीता तेजस की मौत हो गई।
कूनो प्रबंधन द्वारा जारी जानकारी के अनुसार मंगलवार को सुबह 11 बजे बाड़ा क्रमांक-6 में मॉनीटरिंग टीम ने नर चीता तेजस की गर्दन के ऊपरी हिस्से में चोट के निशान देखे थे। इसकी सूचना मॉनीटरिंग टीम द्वारा पालपुर मुख्यालय पर उपस्थित वन्य प्राणी चिकित्सकों को दी गई। वन्य प्राणी चिकित्सकों द्वारा मौके पर पहुंचकर तेजस चीता का मुआयना किया। प्रथम दृष्टया घावों को गंभीर पाया। जिसके चलते तेजस को बेहोश कर उपचार करने की अनुमति वरिष्ठ अधिकारियों से लेेने के बाद चिकित्सक दल दोपहर 2 बजे के आसपास दोबारा बाड़े में पहुंचा, लेकिन तेजस मृत मिला। कूनो डीएफओ पीके वर्मा के अनुसार तेजस को चोट कैसे लगी, इसकी जांच की जा रही है, साथ ही पोस्टमॉर्टम के बाद ही मृत्यु के कारणों का पता लगाया जा सकेगा।
साढ़े चार माह में चौथे वयस्क चीता की मौत
-17 सितंबर 2022 से प्रारंभ हुए कूनो नेशनल पार्क के चीता प्रोजेक्ट में 27 मार्च से 11 जुलाई की अवधि में 4 वयस्क चीता और 3 शावकों की मौत हो गई है।-अब कूनो में कुल 16 वयस्क चीता बचे हैं, जिनमें 4 बड़े बाड़ों में है, जबकि 12 चीते खुले जंगल में है।
बाड़े में मादा चीता भी थी साथ
कूनो डीएफओ पीके वर्मा ने बताया कि चीता तेजस के साथ बाड़ा नम्बर 6 में एक मादा चीता सवाना भी थी। हांलाकि अभी ये साफ नहीं हुआ है कि तेजस की मौत इन दोनों के संघर्ष के चलते हुई है, लेकिन ऐसी संभावना हो सकती है।
Published on:
12 Jul 2023 12:03 am
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