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तानसेन समारोह 2025 में ‘सरोद त्रिमूर्ति’ उस्ताद अमजद अली खान देंगे विशेष प्रस्तुति

पद्मभूषण और विश्वप्रसिद्ध सरोद वादक उस्ताद अमजद अली खान अपने पुत्रों अमान अली बंगश और अयान अली बंगश के साथ सरोद त्रिमूर्ति’ ट्रियो सरोद रिसाइटल पेश करेंगे।

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उस्ताद अमजद अली खान

पद्मभूषण और विश्वप्रसिद्ध सरोद वादक उस्ताद अमजद अली खान अपने पुत्रों अमान अली बंगश और अयान अली बंगश के साथ सरोद त्रिमूर्ति’ ट्रियो सरोद रिसाइटल पेश करेंगे।

ग्वालियर. तानसेन समारोह 2025 में इस बार एक ऐतिहासिक प्रस्तुति होने जा रही है। पद्मभूषण और विश्वप्रसिद्ध सरोद वादक उस्ताद अमजद अली खान अपने पुत्रों अमान अली बंगश और अयान अली बंगश के साथ सरोद त्रिमूर्ति’ ट्रियो सरोद रिसाइटल पेश करेंगे। पत्रिका से हुई खास बातचीत में उस्ताद ने कहा कि तानसेन समारोह में आना हमेशा से उनके परिवार की इच्छा रही है और इस बार का निमंत्रण उनके लिए गर्व का विषय है। उन्होंने बताया कि वे कई वर्षों से तानसेन समारोह में प्रस्तुति देने की प्रतीक्षा कर रहे थे। ये हमारे लिए सौभाग्य है कि इस बार हम तीनों एक साथ ग्वालियर में प्रस्तुति देंगे। मध्य प्रदेश के रविंद्र सोलंकी और बंगाल के अनुव्रत चटर्जी तबला पर संगत करेंगे, उस्ताद ने कहा।

15 दिसंबर के उद्घाटन दिन पर प्रस्तुति की थी इच्छा

उस्ताद अमजद अली खान ने बताया कि उनका और उनके परिवार का सपना था कि वे समारोह के उद्घाटन दिवस यानी 15 दिसंबर को प्रस्तुति दें। लेकिन एनसीपीए मुंबई में पहले से कार्यक्रम तय होने के कारण उनकी उपस्थिति संभव नहीं हो सकी। हम 15 दिसंबर को उस्ताद जाकिर हुसैन को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। इसलिए संस्कृति विभाग से आग्रह किया कि हमारी प्रस्तुति 16 दिसंबर को रखी जाए, उन्होंने बताया। उस्ताद ने यह भी कहा कि तानसेन समारोह का उद्घाटन उनके परिवार द्वारा किया जाना उनकी वर्षों पुरानी ख्वाहिश है, क्योंकि वे तानसेन की वंश परंपरा सेन्या बीनकार घराना के प्रतिनिधि हैं।

मुख्यमंत्री से मिलने की उम्मीद

उस्ताद ने उम्मीद जताई कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव समारोह में उपस्थित रहेंगे। अभी तक उनसे केवल टेलीविजन पर ही मुलाकात हुई है, लेकिन हम उनसे व्यक्तिगत रूप से मिलने को उत्साहित हैं, उन्होंने कहा।
ग्वालियर आना हमेशा खुशी लेकर आता है। आज जो कुछ भी हूं, ग्वालियर और मध्यप्रदेश के आशीर्वाद से हूं। हमारा परिवार भारतीय शास्त्रीय संगीत और सरोद को पूरी दुनिया में फैलाने की जिम्मेदारी निभा रहा है।

16 दिसंबर को आमंत्रण

उस्ताद ने ग्वालियरवासियों से अपील की कि वे 16 दिसंबर शाम 6 बजे तानसेन समारोह में अवश्य आएं। हम चाहते हैं कि हमारी पहली प्रस्तुति हो, ताकि अधिक से अधिक लोग हमारे संगीत को सुन सकें। सरोद के प्रेमियों से आग्रह है कि वे हमें सुनने जरूर आएं