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CBSE 10th Results 2020 : पैरेंट्स के समझाने पर आर्यन ने छोड़ा पबजी, अब बना स्टेट टॉपर

प्रदेश में सर्वाधिक 99.2 परसेंट अंक हासिल किए ग्वालियर के आर्यन और तनिष्का ने

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CBSE 10th Results 2020 : Aryan becomes state topper in gwalior

CBSE 10th Results 2020 : पैरेंट्स के समझाने पर पबजी छोड़ा और आर्यन बना स्टेट टॉपर

ग्वालियर। सेट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) की ओर से 10वीं का रिजल्ट बुधवार को घोषित हुआ। प्रदेश में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले लिटिल एंजिल्स हाईस्कूल के स्टूडेंट्स तनिष्का गोस्वामी 99.2 परसेंट और आर्यन आर्य ने 99.2 परसेंट लाकर ग्वालियर को गौरवान्वित किया। सेकंड पोजीशन पर ग्वालियर ग्लोरी हाईस्कूल के जनित सचदेवा 98.6 परसेंट के साथ अव्वल रहे।

इसी प्रकार थर्ड पोजीशन पर ग्वालियर ग्लोरी हाईस्कूल की हिमांशी टिबरेवाल और एलएएचएस की सुहानी अग्रवाल रहीं। इन दोनों ने 98 परसेंट माक्र्स एचीव किए। इस बार स्टूडेंट्स ने शहर ही नहीं बल्कि के स्टेट पर कब्जा जमाया। स्टूडेंट्स के इस एचीवमेंट्स से शहर में खुशी का माहौल रहा।

आर्यन आर्य, 99.2 परसेंट
स्कूल- एलएएचएस
मदर- जसविंदर, फादर- ऐश्वर्य आर्य
स्ट्रेटजी- बोर्ड टाइम में 7 से 8 घंटे पढ़ाई की। मेरी संस्कृत वीक थी। मैंने अलग से एक्स्ट्रा क्लास लेकर पढ़ाई की और इस विषय को स्ट्रॉन्ग बनाया। बुक्स से खुद के क्वेश्चन लिखे और उनके आंसर दिए। प्रॉपर रिवीजन पर फोकस रखा।

पबजी खेलने का हो गया था शौकीन
फ्रेंड सर्कल में होने के कारण मुझे गेम्स में बहुत इंट्रेस्ट था। मैं एग्जाम के पहले पबजी गेम का बहुत शौकीन हो गया था। पापा मम्मी कहते लेकिन असर नहीं होता था। एक बार पैरेंट्स ने मुझे काफी देर समझाया। उन्होंने गेम खेलने के नुकसान बताए। न्यूज चैनल और अखबार में आने वाली घटनाएं सुनाईं,तब मुझे लगा कि मेरे मम्मी पापा मुझको लेकर बहुत स्ट्रेस में हैं। मैंने तभी से गेम खेलना छोड़ दिया और टॉपर बन गया।

तनिष्का गोस्वामी, 99.2 परसेंट
स्कूल- एलएएचएस
मदर- डॉ. श्रद्धा, फादर- डॉ. विपिन गोस्वामी
स्ट्रेटजी- मेरा मेन फोकस मैथ्स की प्रैक्टिस पर था। सोशल साइंस में एनसीईआरटी की बुक्स से पढ़ाई की। प्री बोर्ड टाइम पर ही मैंने सभी सब्जेक्ट का रिवीजन कर लिया था। हर डाउट क्लियर किया।

कास मैं दादू को सिटी टॉपर होने की खबर दे पाती
मेरे ग्रांड फादर वीके गोस्वामी एग्जाम टाइम पर बहुत बीमार थे, जो अब नहीं रहे। जब भी मैं एग्जाम देने जाती, तो मुझे बेस्ट ऑफ लक बोलते और जब लौटकर आती तो पेपर के बारे में पूछते। रिजल्ट को लेकर जब स्ट्रेस लेती तो मुझसे बोलते, सब अच्छा होगा परेशान ना हो। मुझे केवल एक ही बात का दुख है कि कास मैं अपने दादू को सिटी टॉपर होने की खबर दे पाती, लेकिन वे जहां भी हैं मुझे आशीर्वाद दे रहे हैं।