
महिला सुरक्षा और अपराधों पर रोकथाम की अनोखी पहल, आपात स्थिति में नजदीकी पेट्रोल पंप पर मिलेगी मदद
ग्वालियर. मध्य प्रदेश में लगातार बढ़ रहे क्राइम रेट को कंट्रोल करने के लिए सरकार और प्रशासन लगातार प्रयास कर रहे हैं। हालही में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी बढ़ते क्राइम रेट को कम करने के लिए पुलिस अपसरों को सख्त निर्देश दिए हैं। इसी तर्ज पर सूबे की ग्वालियर पुलिस ने एक अनोखी पहल की शुरु की है। ये पहल दुर्घटना, हादसा या किसी अपराध का अंदेशा होने पर शहरवासियों के लिए बड़ी मददगार साबित होगी। आपात स्थिति में उन्हें तत्काल मदद के साथ एक सुरक्षित स्थान उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाएगी। बता दें कि, ग्वालियर पुलिस ने प्रयोग स्वरूप शुरु की गई इस व्यवस्था को शहर के चुनिंदा पेट्रोल पंपों पर शुरु की है, जिसके तहत संबंधित पेट्रोल पंप इमरजेंसी शेल्टर का काम भी करेंगे।
जी हां, ग्वालियर के पेट्रोल पंप सिर्फ आपके वाहन में ईंधन भरने तक ही सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि ये शहरवासियों के लिए किसी भी आपात स्थिति में एक सुरक्षित स्थान का काम भी करेंगे। ग्वालियर पुलिस ने शुरुआती दौर में इंदरगंज सर्कल के तीन थानों की सीमा के अंतर्गत आने वाले लगभग 15 से अधिक पेट्रोल पंपों को इमरजेंसी सेंटर यानी आपातकालीन आश्रय स्थल बनाया है। इसके लिए पुलिस और पेट्रोल पंप एसोसिएशन के बीच गहन चर्चा हुई है। वहीं, पेट्रोल पंप के कर्मचारियों के साथ साथ मैनेजर तक को इसकी ट्रेनिंग दी गई है, ताकि किसी घटना, दुर्घटना के दौरान असुरक्षित महसूस करने वाले पीड़ित की हर संभव मदद की जा सके।
स्कूल, कॉलेज और कोचिंग सेंटर्स में पहुंचाई जा रही जानकारी
पुलिस की इस पहल से अदिक फायदा महिलाओं को होगा, क्योंकि कई बार ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं जब छात्राएं, महिलाएं किसी घटना दुर्घटना या अपराध का शिकार होती हैं तो मदद के लिए उन्हें कोई सुरक्षित या मददगार स्थान नहीं मिल पाता, लेकिन अब ये इमरजेंसी शेल्टर पेट्रोल पंप उनके लिए बड़ा मददगार साबित होगा। इस व्यवस्था को लीड कर रही एडिशनल एसपी मृगाखि डेका के अनुसार, पहल के बाद महिला सुरक्षा को सबसे ज्यादा बल मिलेगा। अगर उन्हें लगता है कि, कोई व्यक्ति उनका पीछा कर रहा है या किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है तो ऐसे वक्त में वो पेट्रोल पंप पहुंचकर खुद को सेफ कर सकती हैं। पेट्रोल पंप के कर्मचारियों जिम्मेदारी होगी कि, संबंधित के परिजन और जरूरत पड़ने पर पुलिस को भी इसकी जानकारी देंगे। एएसपी मृगाखि डेका ने बताया कि, इस पहल की जानकारी शहर के कोचिंग सेंटर्स, कॉलेज, स्कूल में पहुंचाई जा रही है, ताकि शहरवासी आपात स्थिति में जागरुक रह सके।
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Published on:
06 Nov 2022 02:23 pm
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