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अर्धांग भस्म विभूति सोहे अर्ध मोहिनी रूप…… बनारस घराने के विशाल कृष्ण की शानदार कथक परर्फोमेंस 

कथक क्वीन के नाम से प्रसिद्ध नृत्यांगना सितारा देवी की परफॉर्मेंस को मैंने लाइव तो नहीं देखा, लेकिन मैंने उनके कथक को टीवी और यू ट्यूब पर जरूर देखा है। 

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Gaurav Sen

Sep 03, 2016

vishal krishan

vishal krishan


गेस्ट रिपोर्टर गीतांजली सुरंगे @ ग्वालियर

कथक क्वीन के नाम से प्रसिद्ध नृत्यांगना सितारा देवी की परफॉर्मेंस को मैंने लाइव तो नहीं देखा, लेकिन मैंने उनके कथक को टीवी और यू ट्यूब पर जरूर देखा है।

गेस्ट रिपोर्टर गीतांजली सुरंगे

इसीलिए मेरे अंदर यह जिज्ञासा थी कि मैं उनके ग्रांडसन विशाल कृष्णा की परफॉर्मेंस को देखूं। सच बताऊं मुझे विशाल की परफॉर्मेंस में कथक क्वीन की छवि नजर आई। उनके कदमों की थाप, हैंड मूवमेंट, भाव भंगिमा और एक-एक स्टेप के थ्योरी प्रजेंटेशन ने ऑडियंस को बांधकर रखा। क्लासिकल म्यूजिक से दूर रहने वाले इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट के स्टूडेंट्स ने भी खूब दिलचस्पी दिखाई। पत्रिका के लिए गेस्ट रिपोर्टिंग एक्सपर्ट गीतांजली सुरंगे ने की।


परफॉर्म में दिखे अर्धनारीश्वर
उम्र 25 वर्ष, गोरा चेहरा, बड़ी-बड़ी आंखें, घुंघराले और लंबे बाल, मधुर आवाज, मुस्कान एेसी की किसी को भी सम्मोहित कर ले। देश विदेश में परफॉर्म कर चुके बनारस घराने के विशाल कृष्णा जब मंच पर पहुंचे, तो उनके तेज ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा। आईटीएम यूनिवर्सिटी और स्पिक मैके की ओर से इस दिन आईटीएम यूनिवर्सिटी, आईटीएम ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस और आईटीएम ग्लोबल स्कूल में कथक प्रोग्राम का आयोजन किया गया।

नृत्य की शुरुआत विशाल कृष्णा ने अर्धनारीश्वर से की। बिरजू महाराज की रचना 'अर्धांग भस्म विभूति सोहे अर्ध मोहनी रूप...' पर उन्होंने बेहतरीन नृत्य की प्रस्तुति दी। एक ताल में निबद्ध राज शंकरा के स्वरों में सजी इस रचना पर नृत्य की प्रस्तुति दी।

श्रीराम के बाल रूप का वर्णन
तीन ताल से निबद्ध इस प्रस्तुति में उन्होंने सरपट भाग रहे घोड़े की आवाज व चाबुक की आवाज को दिखाया। सोलह मात्रा में उन्होंने विविध लयकारियों का भी बेहतरीन प्रदर्शन किया। अगली प्रस्तुति भाव पक्ष की थी इसमें उन्होंने तुलसीदास के भजन ठुमकि चलत रामचन्द्र बाजत पैजनिया... पेश किया।