
डिप्टी सीएम ने गाड़ी में बैठकर जेएएच का किया निरीक्षण, अधूरे प्रोजेक्टर पर नाराजगी
ग्वालियर . प्रदेश के डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल पहली बार मेडिकल कॉलेज की सामान्य परिषद की बैठक में शामिल होने आए। लेकिन इस बैठक से पहले वह निरीक्षण के लिए गाड़ी से निकले। उन्होंने जेएएच के हजार बिस्तर, कार्डियोलॉजी, सुपर स्पेशलिटी , केआरएच के साथ अन्य विभागों का गाड़ी में बैठकर ही निरीक्षण किया। निरीक्षण को लेकर जेएएच के कई विभागों में सफाई एचआडी और अन्य डॉक्टर मौजूद रहे। डिप्टी सीएम इसके बाद मेडिकल कॉलेज में बैठक में भग लेने पहुंचे। इस बैठक को आश्वासन के अलावा कुछ नहीं हुआ। वह घोषणा करके बैठक खत्म करके निकल गए। हजार बिस्तर के अस्पताल में सीवर की समस्या काफी समय से बनी हुई है। इसको लेकर जेएएच अधीक्षक डॉ. आरकेएस धाकड़ ने उन्हें अवगत कराया। लेकिन सीवर प्रोजेक्ट की डिटेल नहीं होने पर उन्होंने नाराजगीी व्यक्त करते हुए कहा कि यह समस्या बड़ी है। इस प्रपोजल को जल्द से जल्द पूरा करके इस पर काम शुरु कराए। बैठक में चिकित्सा शिक्षा आयुक्त तरुण पिथोड़े, संभागीय आयुक्त दीपक सिंह, डीन मेडीकल कॉलेज अक्षय निगम सहित चिकित्सकगण और विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
मरीजों की सुविधा के लिए पेशेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम होगा लागू
मरीजों की सुविधा के लिए पेशेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम लागू करने के लिए डॉ प्रंशात लहारिया ने सुझाव दिया। इस पर डिप्टी सीएम ने कहा कि इस सिस्टम से मरीजों को काफी फायदा होगा। इस सिस्टम के तहत मरीज को इलाज में परेशानी नहीं आती है। अस्पताल पहुंचने पर मरीज की चिता अस्पताल में तैनात कर्मचारी ही करते है। अभी तक मरीज को अपने परिजनों के सहारे ही एक विभाग से दूसरे विभाग में जाना पड़ता था। अगर यह सिस्टम लागू हो जाता है तो मरीज के इलाज में काफी राहत मिल जाएगी। वहीं हजार बिस्तर अस्पताल में आने वाले मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें, इसके लिए जिला अस्पताल मुरार, सिविल अस्पताल हजीरा के साथ ही डबरा एवं भितरवार के अस्पतालों का उन्नयन भी किया जाए, ताकि एक हजार बिस्तर अस्पताल में आने वाले मरीजों को और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें।
484 रिक्त पद भरे जाएंगे
अस्पतालों में रिक्त पड़े 484 पदों की पूर्ति के लिए कार्रवाई की जाए। नर्स एवं वार्ड ब्वॉय के जितने भी पद हैं। उन्हें शीघ्रता से भरा जाए। जिससे मरीजों की बेहतर देखभाल हो सके। आरक्षित वर्ग के जो पद भरे नहीं जा पा रहे हैं उनके स्थान पर कंसलटेंसी पर चिकित्सकों को रखकर कार्य किए जाने पर भी गंभीरता से विचार किया जाए।
महापौर और विधायक बोले
आयुष्मान कार्ड का हो प्रचार
महापौर डॉ. शोभा सिकरवार ने कहा कि आयुष्मान कार्ड योजना के माध्यम से जरूरतमंदों को उपचार मिल रहा है। इस कार्ड का लाभ किन-किन अस्पतालों में उपलब्ध है। इसका भी व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए
एनजीओ की ले सकते है मदद
विधायक मोहन सिंह राठौर ने कहा कि अस्पतालों में आने वाले मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिलें। इसके लिए अस्पताल प्रबंधन मरीजों और उनके परिजनों को सही मार्गदर्शन देकर उसका तत्काल उपचार प्रारंभ कराए ताकि ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले मरीज एवं उसके परिजन परेशान न हो। इसके लिये एनजीओ की मदद भी ली जा सकती है।
यह सुविधाएं भी मिलेगी मरीजों को
- ट्रामा सेंटर के साथ न्यूरो सर्जरी में मॉडयूलर ओटी बनाई जाएगी।
- कार्डियक एंबुलेंस दो आएगी।
- डॉक्टरों के साथ कर्मचारियों के जेएएच कैंपस में फ्लैट बनाए जाएंगे।
- सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में डॉक्टरों की भर्ती के लिए प्रयास किए जाएंगे।
Published on:
07 Feb 2024 09:02 pm
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