
ग्वालियर। प्रधानमंत्री मोदी की इच्छानुरूप आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर देश के अलग अलग हिस्सों में अमृत सरोवर बनाये जा रहे हैं। अब ये सरोवर किसानों की आमदनी का जरिया भी बन रहे हैं। जिला पंचायत की सहायता से ८ से १० लोगों का समूह (यूजर्स ग्रुप ) बनाया जायेगा, जिसमें हर एक किसान को एक सरोवर सौंपा जायेगा। इन सरोवरों के समीप किसान मछली पालन और सिंगाड़े की खेती कर सकेंगे। इससे बेरोजगार किसानों को रोजगार भी मिलेगा और सरोवरों की देखभाल भी हो सकेगी।
जिला पंचायत ने उपयोगिता समूहों के लिए किसानों का चयन कर लिया है। सरोवर से रोजगार सृजन के इस मॉडल के तहत ग्वालियर जिले में १०२ तालाबों को बनाया जायेगा। वहीं मनरेगा के तहत इस मॉडल को पूरे प्रदेश में लागू कर दिया जायेगा। अमृत सरोवर योजना के तहत हर राज्य के हर जिले में करीब ७५ सरोवरों का लक्ष्य रखा गया है, ताकि गर्मी की समस्या से निदान पाया जा सके। वहीं आपको बता दे ग्वालियर जिले में अफसर दावा कर रहे हैं, कि अधिकांश सरोवरों का कार्य पूरा हो चूका है। शहर में वर्षा जल स्तर घटता ही जा रहा है, उसको देखते हुए इसपर जल्द काम किया जा रहा है।
किसानों का हुआ चयन, अब दिया जायेगा प्रशिक्षण
सरोवर के लिए ग्रामीणों का चयन कर लिया गया है। अब उन्हें प्रशिक्षण भी दिया जायेगा और सिंघाड़े की खेती मछली पालन के लिए बीज भी जिला पंचायत की तरफ से ही प्रदान किया जायेगा। इसके बाद सरोवरों के रखरखाव का जिम्मा भी ग्रामीणों को सौंप दिया जायेगा। इसके लिए ८ से १० किसानों का चयन किया गया है, जो सरोवरों की देखभाल करेंगे।
अफसरों की मानें तो अमृत सरोवरों का कार्य लगभग पूरा हो चूका है। अब इसके जरिये किसान आसानी से खेती कर सकेंगे और लगभग ८ से १० ग्रामीण सरोवर की देखभाल; करेंगे। जिससे सरोवर का रखरखाव भी होगा और बेरोजगारों को रोजगार का एक नया मौका भी मिलेगा।
Published on:
30 Aug 2022 09:32 pm
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