31 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

एमपी में सस्पेंडेड डिप्टी कलेक्टर से सजा कम कराने के नाम पर 3 लाख की ठगी

mp news: सीएम ऑफिस का कर्मचारी बनकर शातिर ठग ने सस्पेंडेड डिप्टी कलेक्टर को विभागीय जांच में सजा कम कराने का झांसा दिया और करीब 3 लाख रुपये ले लिए।

2 min read
Google source verification
deputy collector arvind singh

deputy collector arvind singh

mp news: मध्यप्रदेश के ग्वालियर में रहने वाले डिप्टी कलेक्टर ठगी का शिकार हुए हैं। डिप्टी कलेक्टर सस्पेंडेड हैं और इसी बात का शातिर ठग ने फायदा उठाया। ठग ने खुद को सीएम ऑफिस का कर्मचारी बताया और सजा कम कराने का झांसा दिया। डिप्टी कलेक्टर ने ठग की बातों में आकर उसे करीब 3 लाख रुपये दे दिए लेकिन अब उन्हें अपने साथ हुई ठगी का एहसास हुआ तो उन्होंने अब पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।

सीएम ऑफिस का कर्मचारी बनकर फंसाया

ग्वालियर के थाटीपुर थाना क्षेत्र की न्यू अशोक कॉलोनी में रहने वाले अरविंद सिंह माहौर मुरैना के सबलगढ़ में डिप्टी कलेक्टर के पद पर पदस्थ थे। पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए अरविंद सिंह ने बताया कि 19 सितंबर 2025 की रात करीब 8:17 बजे उनके मोबाइल पर एक अनजान नंबर से कॉल आया। अनजान नंबर होने के कारण उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया। इसके बाद फोन करने वाले व्यक्ति ने कलेक्टर को फोन कर खुद को सीएम पोर्टल ऑफिस से बोलने की जानकारी देते हुए कहा कि डिप्टी कलेक्टर उनका फोन रिसीव नहीं कर रहे हैं। कलेक्टर ने उनसे बात की और फिर उसके बाद फिर से उनके पास उसी व्यक्ति का फोन आया, ट्रू कॉलर पर जांच करने पर नंबर सीएम पोर्टल अश्विनी नाम से आ रहा था।

सजा कम कराने का कहकर ठगा

अरविंद सिंह ने बताया कि उन्होंने फोन रिसीव किया तो सामने वाले ने अपना नाम अश्विनी बताते हुए कहा कि वो सीएम ऑफिस का कर्मचारी है और उनके खिलाफ चल रही विभागीय कार्रवाई में सजा कम करा सकता है। इसके बदले में उसे कुछ पैसे देने होंगे। अरविंद उसकी बातों में आ गए और 19 सितंबर से 1 अक्टूबर के बीच अलग अलग समय पर उसके बताए अलग अलग नंबरों पर 2 लाख 95 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद भी आरोपी पैसों की डिमांड कर रहा था जिसके कारण उन्हें उस पर शक हुआ। शक होने पर अरविंद ने जानकारी जुटाई तो पता चला कि सीएम ऑफिस में कोई अश्विनी नाम का कर्मचारी ही नहीं है। सच पता चलने पर अरविंद ने ठग से अपने पैसे वापस मांगे तो उसने बातचीत करना बंद कर दी। जिसके बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

सस्पेंड हैं डिप्टी कलेक्टर अरविंद सिंह

बता दें कि अरविंद सिंह माहौर को महिला से अभद्रता करने और 6 पटवारियों का ट्रांसफर नियम विरुद्ध करने के आरोप में सस्पेंड किया गया है। अरविंद पर ग्वालियर की रहने वाली एक महिला ने आरोप लगाया था कि वो उनकी बेटी को फोन पर परेशान कर रहे हैं। महिला ने जनसुनवाई में वीडियो समेत शिकायत भी की थी।