हजीरा पुलिस आवास में रहने वाले ट्रैफिक हवलदार का 16 साल का बेटा और उसका दोस्त अंशुल त्यागी 11 दिन बाद मिल गया है। अंशुल के पिता भी दीवान हैं। दोनों चुपचाप घर से भागे थे। ट्रैफिक हवलदार का बेटा घर से 8 लाख रू और कुछ गहने ले गया था।
लडक़े के साथ पैसा जेवर गायब मिलने पर हवलदार ने पुलिस से शिकायत की थी। दोनों लडक़ों के मोबाइल ट्रेसिंग पर लगाए तो उनकी लोकेशन बिहार और यूपी में मिली थी। फिर दिल्ली में उनके होने का पता चला था। गुरूवार को दोनों ग्वालियर आए तो उन्हें दबोच लिया।
कटिंग कराते लाख में बाइक खरीदी
कटिंग कराते लाख में बाइक खरीदी
पुलिस का कहना है दोनों लडक़ों को पछतावा नहीं है, बल्कि ठसक के साथ खुलासा कर रहे हैं। आगरा में कटिंग कराने सैलून पर गए। वहां ग्राहक की आरजे वन बाइक पंसद आई। वहीं उससे सौदा किया। रकम पास में थी। उसे वहीं पैसा चुकाया और गाड़ी खरीद ली। उसके बाद बाइक से बिहार गए। पटना, समस्तीपुर, दरभंगा, सहित कई शहरों में मौज की। महंगे होटल में रूके। शराब पार्टियां कीं। वहां कुछ क्रिमनल्स से दोस्ती हुई। उनसे दो पिस्टल खरीदीं।
पहले भी भाग चुका, दोनों से पूछताछ
पहले भी भाग चुका, दोनों से पूछताछ
हवलदार का नाबालिग बेटा इससे पहले भी भाग चुका है। दोनों लडक़ों ने 7 लाख रू कहां और किस तरह उड़ाया है पूछा जा रहा है। दोनों ने पिस्टल कहां से खरीदी हैं पूछताछ की जा रही है।
मनीष धाकड़ हजीरा टीआई
मनीष धाकड़ हजीरा टीआई