
बड़ा खुलासा! राशन दुकानों में खराब चावल की सप्लाई, ग्रामीणों ने राइस मिलर्स पर उठाया सवाल...(photo-patrika)
MP News: केंद्र सरकार ने राशन वितरण व्यवस्था को डिजिटल कर दिया है इसमें हितग्राही आधार से लिंक हो गया है। सरकारी राशन की चोरी रोकने की इस प्रक्रिया से ग्वालियर जिले में 8 हजार 912 हितग्राही ऐसे सामने आए हैं, जो जीएसटी, इनकम टैक्स भरते हैं और आय 25 लाख से अधिक है, लेकिन फ्री के राशन(Free Ration Scheme) के लिए दुकानों पर कतार में हैं। इन हितग्राहियों के पास हर महीने 44 हजार 560 किलो गेहूं व चावल जा रहा है। इनकी सूची केंद्र सरकार से मप्र शासन फिर ग्वालियर प्रशासन के पास आई है। अब इनके नाम का सत्यापन कर रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। सूची में ग्वालियर के अलावा इंदौर में 25 हजार, भोपाल में 10 हजार, उज्जैन में 5600 हितग्राही अमीर निकले हैं।
स्मार्ट पीडीएस सिस्टम लागू होने के बाद मप्र में राशन लेने वाले परिवार व सदस्यों का आधार से सत्यापन किया गया है। यदि आधार से सत्यापन नहीं हुआ तो उसका राशन बंद हो गया है। जिले में 11 लाख 55 हजार को राशन मिल रहा है। सत्यापन का काम पूरा होने के बाद केंद्र शासन ने नई श्रेणी चिह्नित की है। जीएसटी, इनकम टैक्स व 25 लाख आय वाले हितग्राही चिह्नित किए हैं। इसकी सूची खाद्य, नागरिक आपूर्ति विभाग को भेज दी है।
8 हजार 912 हितग्राहियों की सूची आई है, जिनका सत्यापन कर रिपोर्ट देनी है, ये जीएसटी व इनकम टैक्स भरते हैं। इनकी सालाना आय 25 लाख रुपए है।- रुचिका चौहान, कलेक्टर, ग्वालियर(Gwalior Collector Ruchika Chouhan)
Published on:
21 Aug 2025 01:33 pm
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