Gwalior Agara Express Way: यमुना एक्सप्रेस-वे की तर्ज पर तैयार होगा 88.400 किमी लंबा ग्वालियर, आगरा एक्सप्रेस वे, एक घंटे में पहुंचेंगे आगरा, भू-अधिग्रहण का काम अंतिम चरण में, नवंबर में शुरू होगा काम...
Gwalior Agra Express Way: यमुना एक्सप्रेस-वे की तर्ज पर ग्वालियर को सीधे आगरा से जोड़ने के लिए 88 किलोमीटर लंबे ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे का काम नवंबर 2025 से शुरू होगा। एक्सप्रेस-वे बनने से आगरा से ग्वालियर पहुंचने में एक से डेढ़ घंटे का समय लगेगा। अभी आगरा, धौलपुर व मुरैना में भू-अधिग्रहण का काम पूरा होने के साथ हितग्राहियों को राशि वितरण का कार्य भी अंतिम चरण में चल रहा है और बारिश खत्म होते ही शुरू किया जाएगा। इसका निर्माण भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ग्वालियर खंड द्वारा कराया जाएगा।
88.400 किलोमीटर लंबे ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य के लिए उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और राजस्थान तीनों राज्यों में उदयपुर की जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट्स कंपनी को जीएसटी सहित 4612.65 करोड़ की लागत से ठेका दिया गया है। कंपनी यह कार्य नवंबर 2025 से शुरू करेगी और उसे 30 महीने यानी 2028 में पूरा करना होगा।
ग्वालियर-आगरा एक्सप्रेस-वे में चंबल नदी पर 600 मीटर लंबा हैंगिंग पुल बनेगा। पुल निर्माण के लिए मिट्टी के नमूने लिए जा रहे हैं। नमूनों की जांच लैब में होगी और पुल की गहराई कितनी होगी, इसे तय किया जाएगा। सिक्स लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे में मध्यप्रदेश के चार जिले शामिल हैं। इनमें यूपी के 14, राजस्थान के 18 और मध्य प्रदेश के 30 गांवों की जमीन को अधिग्रहण किया है। अब कंपनी तीनों राज्यों में ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे का निर्माण नवंबर से शुरू करेगी।
बता दें कि सितंबर 2022 में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ग्वालियर-आगरा एक्सप्रेस-वे की घोषणा की थी। एनएचएआइ ग्वालियर खंड ने जनवरी 2024 में टेंडर जारी किया थे। लेकिन कैबिनेट से मंजूरी नहीं मिलने के कार्य प्रस्ताव में देरी हुई थी।
ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे प्रोजेक्ट के साथ कंपनी को ग्वालियर से धौलपुर होकर आगरा जाने वाले नेशनल हाइवे 44 की मरमत कार्य भी होगा। कंपनी को वर्तमान हाइवे की मरमत के लिए सिर्फ एक साल का समय दिया जाएगा।
आगरा से ग्वालियर एक्सप्रेस बनने के बाद यूपी, राजस्थान और मध्यप्रदेश के बीच संपर्क होने से आगरा, धौलपुर, मुरैना और ग्वालियर में आईटी इंडस्ट्री, लॉजिस्टिक सुधरने, ई-कॉमर्स, रियल एस्टेट और टूरिजम को लाभ मिलेगा और चारों जिले के बीच छोटे सफर से बस यातायात भी सुगम होगा। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों को भी रियल एस्टेट का लाभ मिलेगा
मध्यप्रदेश : मुरैना-ग्वालियर
ग्वालियर के सुसैरा गांव की 5 हेक्टेयर भूमि और मुरैना के दिमनी, चंबल क्रॉस व मुरैना रोड सहित 25 गांव की 250 हेक्टेयर भूमि।
उत्तरप्रदेश: आगरा
आगरा के देवरी आगरा बायपास, इरादत नगर, श्मशबाद व सोसा सहित 18 गांव की 132 हेक्टेयर भूमि।
राजस्थान: धौलपुर
धौलपुर की राधा खेडा, मछरिया सहित 23 गांव की 162 हेक्टेयर भूमि।
3841.18 करोड़ में बनेगा एक्सप्रेस-वे
88.400 किलोमीटर लंबा होगा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे
33 किमी घट जाएगी आगरा तक की दूरी
31435 चार पहिया वाहन गुजर सकेंगे एक साथ।
90 मिनट लगेंगे ग्वालियर से आगरा तक पहुंचने में
36 बस स्टॉप होंगे तैयार
06 बड़े जंक्शन से होगा वाहनों का प्रवेश और निकास
131 छोटे जंक्शन भी तैयार होंगे
10 बड़े पुल बनेंगे
23 छोटे-छोटे पुल
06 लाइओवर
05 एलिवेटेड वायाडक्ट
01 रेल ओवरब्रिज
42 अंडरपास बनाए जाएंगे
100 से अधिक गांवों का जमीन का अधिग्रहण
63 गांव के 550 हेक्टेयर क्षेत्र की भूमि से होकर गुजरेगा एक्सप्रेस-वे
ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे प्रोजेक्ट में अभी भू-अधिग्रहण का काम पूरा होने के साथ हितग्राहियों की राशि का कार्य भी लगभग पूरा हो चुका है। अब नवंबर से कार्य शुरू किया जाएगा। एनओसी सहित सभी कार्य पूरे हो चुके है।
प्रशांत मीणा, मैनेजर एनएचएआई