
ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में आते ही चंबल के दिग्गजों नेताओं के उड़े होश
ग्वालियर। ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोडऩे के बाद भाजपा दिग्गजों का भविष्य दांव पर लग गया है। भाजपा के बड़े नाम जो शिवराज सरकार में मंत्री रह चुके हैं, अब उपचुनाव में अपनी ही सीट से टिकट की दावेदारी नहीं कर सकेंगे। इसकी खास वजह है कि कांग्रेस के कद्दावर नेता सिंधिया अब भाजपा में शामिल हो गए। वहीं इससे एक बात तो साफ है कि कमलनाथ सरकार गिराने के लिए बागी हुए कांग्रेस विधायक अब भाजपा के दिग्गजों की सीट पर ही चुनाव लड़ेंगे। वहीं अपने भावी उम्मीदवारों को भितरघात से बचाने और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भाजपा अपने हारे हुए चेहरों को निगम मंडल में एडजस्ट करने का फॉर्मूल लाएगी।
सिंधिया के भाजपा में आने से ग्वालियर चंबल संभाग की विधानसभा सीटों से मंत्री रहे जयभान सिंह पवैया,रुस्तम सिंह और लाल सिंह आर्य के टिकट कट जाएंगे। तीनों ने सिंधिया समर्थकों के लिए दावेदारी छोडऩे के सवाल पर सीधा जवाब नहीं दिया। वहीं रुस्तम सिंह और लाल सिंह आर्य बोले अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। जबकि पवैया ने सिंधिया का नाम सुनते ही बोलने से इनकार कर दिया।
जयभान सिंह पवैया
ग्वालियर विधानसभा से पवैया को कांग्रेस के प्रदधुम्र सिंह तोमर ने करीब 21 हजार वोटों से हराया था। बाद में कांग्रेस की सरकार में तोमर मंत्री भी बने।
रुस्तम सिंह
प्रदेश सरकार में स्वास्थय मंत्री रहे रुस्तम सिंह को कांग्रेस प्रत्याशी रघुराज सिंह कंसाना ने करीब 21 हजार मतों से हराया था। रघुराज सिंह कंसाना अभी पार्टी में विधायक है और सिंधिया के खास समर्थक है।
लाल सिंह आर्य
गोहद से पूर्व सामान्य प्रशासन मंत्री रहे लाल सिंह आर्य को कांग्रेस के रणवीर जाटव ने करीब 23 हजार वोटों से हराया था। रणवीर विधायक है और ङ्क्षसधिया समर्थक है।
Published on:
13 Mar 2020 05:52 pm
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