ग्वालियर। जीवाजी यूनिवर्सिटी (जेयू) में आगामी 21 नवंबर से होने वाली यूजी तृतीय और पंचम सेमेस्टर की परीक्षा के लिए जारी की गई परीक्षा सेंटरों की सूची में भारी फेर बदल किया है।
भिण्ड कलेक्टर टी- इलैयाराजा के खौफ के कारण आधा दर्जन निजी कॉलेजों ने जेयू अधिकारियों से मिलीभगत कर परीक्षा सेंटर बदलाकर मुरैना की अंबाह तहसील में करा दिया गया है। मुरैना के सबलगढ़ कस्बे में भी सामूहिक नकल में दोषी कॉलेज को परीक्षा सेंटर बना दिया गया है। खास बात यह है कि इन परीक्षा सेंटरों को बनाने के लिए कार्यपरिषद की अनुमति भी नहीं ली गई है।
21 नवंबर से शुरू होने जा रही स्नातक तृतीय व पंचम सेमेस्टर की परीक्षा के सेंटर की जो सूची जारी की गई है,उसमें कई निजी कॉलेजों के सेंटर बदलकर पसंद के कॉलेज व स्कूलों में कर दिए हैं।
इनमें पटेल कॉलेज गोरमी भिंड, एसपीएस कॉलेज पचेरा भिंड, रामनाथ सिंह कॉलेज गोरमी भिंड का सेंटर मुरैना के पोरसा स्थित आरवीएस कॉलेज में कर दिया है। यही नहीं श्री धीरसिंह कॉलेज गोरमी भिंड,बीएस पटेल महाविद्यालय मेहगांव भिंड,भगत उदय सिंह कॉलेज पचैरा भिंड का सेंटर भी दूसरे जिला मुरैना के पोरसा स्थित शिवम कॉलेज में भेजे गए हैं, जिन पर अब सवाल उठाए जा रहे हैं।
भिण्ड जिले के परीक्षा सेंटरों को मुरैना क्यों रखा गया, इस मामले में अधिकारियों से मंगलवार को जवाब तलब किया जाएगा।
- डॉ.आनंद मिश्रा, कुलसचिव, जेयू
दरअसल जीवाजी यूनिवर्सिटी में 21 नवंबर से होने वाली यूजी तृतीय व पंचम सेमेस्टर की परीक्षा के लिए जारी की गई परीक्षा सेंटरों की सूची में फेर बदल किया गया है। भिंड कलेक्टर टी इलैयाराजा के खौफ के कारण आधा दर्जन कॉलेजों का परीक्षा केंद्र बदलकर मुरैना की अंबाह तहसील में किया गया है। मुरैना के सबलगढ़ कस्बे में भी सामूहिक नकल में दोषी कॉलेज को सेंटर बनाया गया है। खास बात यह है, इन परीक्षा सेंटरों को बनाने के लिए कार्यपरिषद की अनुमति नहीं ली गई है।
सूत्रों की मानें तो परीक्षा सेंटर बनाने के लिए 50 से 70 हजार की डील सीधे अधिकारियों से हुई है। एक तरफ जेयू नकल रोकने के लिए भिंड-मुरैना में परीक्षा भवन बनाने के लिए जमीन मांग रहा है। वहीं दूसरी तरफ चहेते कॉलेज संचालकों के छात्रों को पास कराने के लिए सारे नियम ताक पर रख दिए गए हैं।
शासन का यह है नियम
उच्चशिक्षा विभाग के परीक्षा सेंटरों को लेकर सख्त निर्देश हैं, जिनके अनुसार केवल सरकारी कॉलेजों को ही परीक्षा सेंटर बनाया जाना चाहिए। चाहे इसके लिए कॉलेज के बाहर तंबू लगाकर परीक्षा क्यों न कराई जाए। साथ ही परीक्षा सेंटर बनाने के बाद ईसी से लिस्ट को पास कराना अनिवार्य है, लेकिन इसमें ऐसा नहीं किया गया।
जेयू से जुड़े आंकड़े
परीक्षा में बैठने वाले छात्र - 80हजार
परीक्षा सेंटरों की संख्या - 90
संबद्ध निजी कॉलेज - 450
इन कॉलेजों पर मेहरबानी
1. सामूहिक नकल में दोषी सबलगढ़ के इन्द्रा कॉलेज को दो साल बाद फिर से परीक्षा सेंटर बनाया गया है। इस साल इसमें 4 कॉलेजों का परीक्षा सेंटर रखा गया है। अधिकारियों ने अपने चहते शिवशंकर कॉलेज सुमावली का परीक्षा सेंटर मुरैना के टीएसएस कॉलेज में रखा है।
2. मुरैना के पं. श्यामाचरण कॉलेज का परीक्षा सेंटर टीएसएस से हटाकर शा. पीजी कॉलेज में किया गया है।
3. पं. श्यामा चरण कॉलेज मुरैना में पहले 7 कॉलेजों के परीक्षा सेंटर थे, अब इनकी संख्या नौ हो गई हैं। मुरैना के शा.पीजी कॉलेज में सिर्फ दो कॉलेजों में सेंटर रखे गए हैं, जबकि यहां संख्या बढ़ाई जानी थी।
4. पटेल कॉलेज गोरमी भिंड, एसपीएस कॉलेज पचेरा भिंड, रामनाथ सिंह कॉलेज गोरमी भिंड का सेंटर पोरसा के आरवीएस कॉलेज में किया है।
5. श्री धीरसिंह कॉलेज गोरमी भिंड, बीएस पटेल कॉलेज मेहगांव भिंड, भगत उदय सिंह कॉलेज पचैरा भिंड का सेंटर जिला मुरैना के पोरसा स्थित शिवम कॉलेज में किया है।
परीक्षा सेंटरों की लिस्ट के लिए हमें ईसी की मंजूरी जरूरी नहीं है। हम अपने स्तर पर परीक्षा सेंटर बना सकते हैं।
- अरुण चौहान, डीआर, जेयू
सिर्फ सरकारी कॉलेजों को ही परीक्षा सेंटर बनाया जा सकता है। अगर जेयू ने निजी कॉलेजों को परीक्षा सेंटर बनाया है तो हम ईसी में इसका विरोध करेंगे।
- डीपी सिंह, ईसी मेंबर, जेयू
जेयू में नियमों को ताक पर रखकर निजी कॉलेजों को लाखों की डील करके परीक्षा सेंटर बनाया गया है। इसमें कुछ कॉलेज संचालक, चंद ईसी मेंबरों और जेयू के अधिकारी शामिल हैं।
- डॉ. जितेन्द्र शर्मा, प्राचार्य, पीएसयू कॉलेज, मुरैना