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जेयू को पीएम उषा प्रोजेक्ट में मिली 100 करोड़ की ग्रांट, नए भवन, नई लैब व उपकरण सहित छात्रों को मिलेंगी यह सुविधाएं

मार्च तक मिल सकती है 50 करोड़ की राशि, 40 फीसदी राशि कंट्रक्शन, 60 फीसदी उपकरण, मरम्मत सहित अन्य कार्यों पर होंगे खर्च

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जेयू को पीएम उषा प्रोजेक्ट में मिली 100 करोड़ की ग्रांट, नए भवन, नई लैब व उपकरण सहित छात्रों को मिलेंगी सुविधा

जेयू को पीएम उषा प्रोजेक्ट में मिली 100 करोड़ की ग्रांट, नए भवन, नई लैब व उपकरण सहित छात्रों को मिलेंगी सुविधा

ग्वालियर। केंद्र सरकार की मिनिस्ट्री ऑफ हायर एजुकेशन नई दिल्ली ने पीएम प्रोजेक्ट के तहत जीवाजी विश्वविद्यालय को 100 करोड़ की ग्रांट प्रदान की है। यह ग्रांट प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान के घटक-1 में मिली है। जबकि दूसरे वाले में जेयू बाहर हो गया है। इस ग्रांट से जेयू में नए निर्माण (कंट्रेक्शन), उपकरण खरीदने, लैब, हॉस्टल, बिल्डिंगों की मरम्मत सहित अन्य कार्यों को करने और रिसर्च कार्य बढ़ाने व शिक्षण विभागों में विद्यार्थियों की सुविधाएं भी बढाई जाएंगी। इसमें मार्च तक 50 करोड़ की ग्रांट मिलने की संभावना जताई जा रही है।

प्रदेश के जीवाजी विश्व विद्यालय ग्वालियर के साथ विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन और बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल को भी 100-100 करोड़ की ग्रांट मिली है। जेयू की ओर से पीएम उषा योजना के लिए जनवरी 2024 में प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान के घटक-1 और प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान के घटक-2 के लिए डॉक्यूमेंट समिट किए थे।

इसके बाद फरवरी में वीसी के माध्यम से भारत सरकार के उच्च शिक्षा विभाग के सचिव के सामने प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा विभाग के सचिव द्वारा प्रेजेटेंशन दिया गया। इसके बाद भारत सरकार के उच्च शिक्षा मंत्रालय ने जेयू के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। प्रो डीसी गुप्ता ने बताया कि पीएम उषा की इस ग्रांट राशि में से 40 फीसदी राशि कंट्रक्शन, और 60 फीसदी राशि नए उपकरण क्रय करने, लैबों, क्लास रूम में मरम्मत कार्य सहित छात्रों के लिए सुविधाएं बढ़ाने के अन्य कार्यों पर खर्च की जाएगी।

प्रो डीसी गुप्ता ने बनाया था प्रपोजल
कुलपति प्रो अविनाश तिवारी ने फिजिक्स विभाग के प्रो डीसी गुप्ता को प्रपोजल तैयार करने का कॉर्डिनेटर बनाया था और उन्होंने 100 करोड़ की राशि का डिटेल प्रस्ताव बनाया और जनवरी में उसे समिट कर दिया। इसके बाद फरवरी में प्रेजेटेंशन का प्रस्ताव बनाकर भेजा था। इसमें विवि को मिलने वाली ग्रांट किन किन कार्यों में खर्च की जाएगी इसका भी उल्लेख किया था।

इन तीन विवि को मिलेंगे 100-100 करोड़
प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान के घटक-1 के अंतर्गत प्रदेश के 3 विश्वविद्यालयों को 100-100 करोड़ प्रति विश्वविद्यालय के मान से मिलेंगे। इसमें जीवाजी विश्व विद्यालय ग्वालियर, विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन व बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल को शामिल किया है।

पांच विवि को मिलेंगे 20-20 करोड़ की ग्रांट
प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान के घटक -2 के तहत प्रदेश के 05 विश्वविद्यालयों को 20 करोड़ प्रति विश्वविद्यालय के मान से 100 करोड़ की ग्रांट मिलेंगी। इसमें महाराजा छत्रसाल बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय छतरपुर, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर, अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय, रीवा, पंडित एएसएन शुक्ला विश्व विद्यालय शहडोल शामिल है।

ग्रांट से यह होंगे जेयू में कार्य
विवि में नए भवन, पुराने भवनों को रेनूवेशन, पुरानी बिल्डिंग का सौंद्रीयकरण, एमए, एमकॉम, एमएससी लैब का निर्माण व नए उपकरण, रिसर्च, हॉस्टल निर्माण और पुरानी हॉस्टॉल का रेनोवेशन शामिल है।

मोदी ने कुलपति को सौंपी ग्रांट की राशि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रदेश के साथ देशभर के विश्वविद्यालय के कुलपति के साथ ऑनलाइन वीसी कर कुलपति प्रो अविनाश तिवारी को 100 करोड़ की ग्रांट की राशि प्रदान की गई।