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ग्वालियर/ मध्यप्रदेश के ग्वालियर के रहने वाले कर्नल अजय सिंह को शौर्य चक्र नवाजित किया जाएगा। उनके नाम की घोषणा हो गई है, यह शौर्य चक्र उन्हें 26 जनवरी को मिलने वाला है। शौर्य चक्र की घोषणा होने के बाद कर्नल अजय सिंह पहली बार अपने घर पहुंचे। मां और पत्नी ने भी उनका ग्रैंड वेलकम किया। कर्नल के पहुंचने पर उन्हें बधाई देने के लिए स्थानीय विधायक भी पहुंचे।
कर्नल अजय सिंह को शौर्य चक्र के लिए नामित होने के बाद पूरे परिवार में खुशी की लहर है। 26 जनवरी 2020 को भारतीय सेना के 8 जवानों को शौर्य चक्र से सम्मानित किया जाएगा। जिसमें कर्नल अजय सिंह भी शामिल हैं। अजय सिंह राष्ट्रीय राइफ्लस में तैनात हैं। इन दिनों की इनकी पोस्टिंग जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में हैं। दिवाली पर छुट्टी आए हैं।
तिलक लगाकर स्वागत
कर्नल अजय सिंह ने जून 2018 से लेकर अभी तक दस आंतकियों को ढेर किया है। घर पहुंचने पर उनकी मां और पत्नी ने तिलक लगाकर अपने शेर का स्वागत किया। उसके बाद मां ने उन्हें मिठाई खिलाई। बेटे की इस सफलता पर परिवार के लोगों को काफी गर्व है। घर पर जानने वाले लोग लगातार आकर अजय सिंह को बधाई दे रहे हैं।
अजय सिंह की मां पद्मा कुशवाह ने कहा कि बेटे को जो यह मान-सम्मान मिला है, उस पर हमें काफी गर्व है। उन्होंने कहा कि परिवार के कई लोग सेना में हैं। लेकिन अधिकारी वर्ग में सिर्फ अजय ही हैं। मां ने कहा कि अजय शुरू से ही बहुत आज्ञाकारी है। साथ ही वह मेरा बहुत ख्याल रखता है।
पत्नी ने कही ये बात
कर्नल की पत्नी मीनाक्षी कुशवाह ने कहा कि मैं काफी गौरवान्वित महसूस कर रही हूं, उनकी मैं धर्म पत्नी हूं। इनकी वजह से मुझे भी काफी मान-सम्मान मिल रहा है। एक सिपाही की पत्नी होना अपने आप में काफी गर्व की बात होती है। मीनाक्षी ने कहा कि कई बार ऐसा भी होता है कि वे ऑपरेशन में होते हैं और इसके बारे में हमें जानकारी भी नहीं होती है। बाद में वे बताते हैं कि वे इस कठिन ऑपरेशन में थे। ऑपरेशन के दौरान उनसे न रात और न ही दिन में बात हो पाती है। ऐसे में मन बेचैन रहता है और भगवान से बस यही प्रार्थना करते रहती हूं कि सब कुछ अच्छे से हो।
वहीं, कर्नल अजय सिंह को बधाई देने के लिए विधायक मुन्ना लाल भी उनके घर पहुंचे। अजय के पिता वीर सिंह कुशवाह केंद्रीय आलू अनुसंधान के हेड रहे हैं। अजय सिंह के दो बेटे भी हैं। परिवार के लोगों ने बताया कि उनके पिता की चाहत थी कि बेटे को पदक मिले। लेकिन आज वो इनके बीच नहीं हैं। परिवार के लोगों को उस दिन का इंतजार है जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों उन्हें यह सम्मान मिलेगा।
मध्यप्रदेश सरकार भी शौर्य चक्र से सम्मानित होने वाले लोगों को आठ लाख रुपये देती है। वहीं, दिल्ली, पंजाब, तेलंगाना और हरियाणा की सरकार पचास लाख रुपये देती है। वहीं, शुक्रवार को ग्वालियर सांसद विवेक सेजवलकर भी कर्नल अजय सिंह के घर पहुंचे और उन्हें बधाई दी।
ये रही है उपलब्धि
अगर पिछले दस सालों की बात करें तो मध्यप्रदेश से कर्नल अजय सिंह अकेले हैं, जिन्हें शौर्य चक्र से सम्मानित किया जाएगा। अजय सिंह ने इसी साल 20 अगस्त को हिजबुल और लश्कर के छह आतंकियों को अपनी टुकड़ी के साथ ढेर किया है। बॉर्डर पर तैनाती के दौरान अजय सिंह ने जून 2018 में आईएसजेके के चार आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया था।
Updated on:
25 Oct 2019 06:58 pm
Published on:
25 Oct 2019 06:54 pm
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