छात्र यहीं नहीं रुके उन्होंने इस दौरान गालियां दीं, फिल्मी गानों पर झूमकर अश्लील इशारे भी किए, जिससे गुस्साई छात्राओं व महिला टीचरों ने तुरंत विवि को छोड़ दिया। छात्रों की इस हरकत को रोकने के लिए ना मौके पर सिक्योरिटी गार्ड दिखे, ना पुलिस। कुलपति चैंबर से बाहर आईं तो उन्हें भी घेर लिया। वे जाने गाड़ी में बैठीं तो छात्र गाड़ी के आगे लेट गए और उनको गेट तक पैदल दौड़ाया। गेट पर मुश्किल से गाड़ी में बैठते हुए वे रोती हुईं बंगले पहुंचीं और वहां मीडिया को बुलाकर अपनी बात रखी।
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उन्होंने कहा, इसके लिए नाटक विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ.योगेन्द्र चौबे जिम्मेदार हैं। उन्हें परीक्षा विभाग में असंतोषजनक कार्य के लिए यहां से हटाकर पुन: नाटक विभाग में पहुंचा दिया गया। पुन: परीक्षा विभाग में जाने के लिए छात्रों को हथियार बनाया जा रहा है। अब वे ये अनियमितता सहन नहीं करेंगी, जल्द कठोर निर्णय लेंगी। इधर कुलपति मीडिया के समक्ष अपनी बात रख रही थीं तो दूसरी तरफ छात्रों ने विवि में कुलपति, परीक्षा नियंत्रक और प्रभारी कुलसचिव का पुतला दहन किया। कुलपति द्वारा लगाए आरोपों को डॉ.योगेन्द्र चौबे ने मनगढ़त बताते हुए उनके खिलाफ चलाई जा रही साजिश का हिस्सा बताया है। उनके अनुसार छात्रों के प्रदर्शन में उनका कोई हाथ नहीं है।
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एक्शन लेने में पीछे विवि
विवि प्रबंधन फिलहाल नियम तोडऩे वाले लोगों के खिलाफ एक्शन लेने में देरी कर रहा है। उसका स्पष्ट कहना है कि इस सुनियोजित घटनाक्रम के पीछे डॉ.योगन्द्र चौबे और अभाविप के कार्यकर्ताओं का हाथ है, लेकिन पता होने के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है, इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है।
आमने सामने
विवि प्रबंधन बोला
24 फरवरी की बैठक में छात्रों द्वारा उठाए गए संगीत विभाग, नाट्य विभाग, फैशन और डिजाइन विभाग, ललित कला संकाय की सभी मांगे बिना शर्त मान ली हैं और लिखित में छात्रों को पत्र देने के साथ विवि के नोटिस बोर्ड पर चस्पा भी कर दिया है। इनमें वाद्ययंत्र, माइक व अन्य उपकरणों की खरीदी भी शामिल है। प्रोडक्शन के लिए 50 हजार रुपए स्वीकृति की बात भी कही गई है।
छात्रों ने कहा
कत्थक विभाग के पास रिहर्सल के लिए उपकरण नहीं है। नृत्य विभाग को रिहर्सल के लिए अलग से कोई स्टूडियो और उपकरण नहीं दिए गए हैं, विभाग पिछड़ रहे हैं। छात्रों की तुलना में शिक्षकों की संख्या कम है। जिस पर प्रबंधन ने कहा, पूर्व में मांग में कत्थक और नृत्य विभाग शामिल नहीं था। आज शामिल किया है तो उनके लिए भी यंत्रों की व्यवस्था की जाएगी।
साउंड सिस्टम उठवाए
विवि में छात्र साउंड सिस्टम में गाने बजा रहे थे तो अधिकारियों ने उनसे शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने की बात कही, छात्र नहीं मानें तो कुलपति के निर्देश पर साउंड सिस्टम उठवा लिया, जिससे गुस्साए छात्रों ने फिर नारेबाजी शुरू कर दी।
सख्त कार्रवाई करूंगी
मेरे पास छात्र-छात्राओं की लिखित में शिकायत है कि उन्हें दबाव बनाकर इस प्रदर्शन से जबरन जोड़ा जा रहा है। इस प्रदर्शन में डॉ.योगेन्द्र चौबे और अभाविप कार्यकर्ताओं का हाथ है। इनके खिलाफ जल्द सख्त कार्रवाई करूंगी।
प्रो.लवली शर्मा, कुलपति, राजा मानसिंह संगीत विवि