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डिजिटल ठगों पर नकेल कसने की तैयारी: नए साल से हर थाने में होगा साइबर स्क्वॉड, आधुनिक टूल्स

डिजिटल ठगों के लगातार बदलते पैंतरों और बढ़ते ऑनलाइन अपराधों से निपटने के लिए ग्वालियर पुलिस अब कमर कस चुकी है।

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साइबर ठगी

ग्वालियर. डिजिटल ठगों के लगातार बदलते पैंतरों और बढ़ते ऑनलाइन अपराधों से निपटने के लिए ग्वालियर पुलिस अब कमर कस चुकी है। नए साल से पुलिस के कामकाज के तरीके में एक बड़ा बदलाव आने वाला है, जिसके तहत हर थाने में साइबर स्क्वॉड तैनात किया जाएगा। यह स्क्वॉड आधुनिक कंप्यूटर, लैपटॉप, सॉफ्टवेयर और विशेष टूल्स से लैस होगा, ताकि साइबर अपराधियों से प्रभावी ढंग से निपटा जा सके। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा 6 दिन पहले ग्वालियर प्रवास के दौरान प्रदेश में ई-जीरो एफआइआर की शुरुआत के बाद से साइबर अपराधों का ग्राफ तेजी से बढ़ा है, जिससे पुलिस पर इन मामलों का बोझ कई गुना बढ़ने की आशंका है।

पुलिस मुख्यालय करेगा मॉनिटरिंग

साइबर अपराधों पर लगाम लगाने के इस नए सेटअप की निगरानी सीधे पुलिस मुख्यालय (पीएचक्यू) से की जाएगी। पीएचक्यू जिला स्तर पर दर्ज हुए साइबर केसों की संख्या और पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई की रिपोर्ट का आकलन करेगा। इससे यह परखा जाएगा कि पुलिस के नए सेटअप से साइबर अपराधों पर किस स्तर तक लगाम कसी जा सकी है।

ई-जीरो एफआइआर से बढ़ेगा बोझ

प्रदेश में ई-जीरो एफआइआर की शुरुआत के बाद ग्वालियर भी साइबर अपराधों के रडार पर आ गया है। इस नई प्रणाली के लागू होते ही शहर के थानों में साइबर ठगी के करीब 30 नए केस दर्ज हो चुके हैं। इस रफ्तार से अनुमान लगाया जा रहा है कि हर महीने यह आंकड़ा 100 के पार जा सकता है। जाहिर है, थानों पर साइबर मामलों का बोझ कई गुना बढ़ जाएगा। इसी चुनौती से निपटने के लिए पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर नए साल से हर थाने में साइबर स्क्वॉड तैनात होगा। इस स्क्वॉड में पुलिसकर्मियों का चयन उनकी तकनीकी दक्षता के आधार पर किया जाएगा। आइटी, इलेक्ट्रॉनिक्स या इससे समकक्ष तकनीकी पढ़ाई कर चुके पुलिसकर्मियों को छांटकर इस टीम में शामिल किया जाएगा। इन टीमों को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जाएगा और उन्हें कंप्यूटर, लैपटॉप के साथ-साथ साइबर अपराधों की जांच के लिए जरूरी आधुनिक सॉफ्टवेयर और टूल्स भी उपलब्ध कराए जाएंगे।

अपराधियों पर कसावट

ई जीरो एफआइआर की शुरुआत हो चुकी है। एक लाख रुपए से ज्यादा की साइबर ठगी के मामले अब साइबर विंग भोपाल के जरिए थानों को भेजे जाएंगे। इनकी विवेचना ओर साइबर अपराधियों पर लगाम के लिए थानों में साइबर ट्रेंड उपनिरीक्षकों और पुलिसकर्मियों की टीम तैनात की जाएगी, इसकी शुरुआत नए साल से होगी।
धर्मवीर सिंह यादव
एसएसपी ग्वालियर