21 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Property Registry: नया नियम, बिना गवाह के होगी मकान की रजिस्ट्री, मिलेंगे सिर्फ 15 मिनट

Property Registry: नए सॉफ्टवेयर में स्लॉट का जो समय दिया गया है। उस समय मौजूद रहना होगा....

2 min read
Google source verification
Property Registry

Property Registry

Property Registry: पंजीयन विभाग में संपदा-2 सॉफ्टवेयर लागू होने से ऐसे कई बदलाव आने वाले हैं, जो आपको जानना जरूरी है। नए सॉफ्टवेयर में क्रेता-विक्रेता पक्ष के सभी पक्षकारों को रजिस्ट्री कराने के लिए 15 मिनट मिलेंगे। यदि एक भी पक्षकार इधर से उधर हो गया, या नहीं पहुंच सका तो रजिस्ट्री नहीं होगी। वह रिफ्यूज हो जाएगी।

रजिस्ट्री रिफ्यूज (वापस) होने के बाद फिर से अपडेट करना होगा। नए सॉफ्टवेयर में स्लॉट का जो समय दिया गया है। उस समय मौजूद रहना होगा। उप पंजीयक को 15 मिनट में दस्तावेज पर फैसला लेना है, जब तक वर्तमान दस्तावेज पर फैसला नहीं हो जाएगा, तब तक दूसरे पक्षकार का दस्तावेज नहीं खुलेगा। रजिस्ट्री में अब लाइन तोड़ सकते हैं।

ये भी पढ़ें: 50 हजार यात्रियों को राहत, 22 किमी रेल ट्रैक पर बिछ रही नई रेल लाइन


पंजीयन विभाग में संपदा-1 के साथ-साथ संपदा-2 सॉफ्टवेयर भी शुरू हो गया है, लेकिन नए सॉफ्टवेयर पर स्लॉट बुक नहीं हो रहे हैं। क्योंकि सेवा प्रदाता इस सॉफ्टवेयर का उपयोग नहीं कर रहे हैं। पुराने सॉफ्टवेयर पर ही काम कर रहे हैं। क्योंकि इसमें कोई फोटो अपलोड हो रहा है। नए सॉफ्टवेयर में सेटेलाइट से फोटो लिया जाएगा। नगर निगम ने संपत्ति की जो आईडी बनाई है, उससे जानकारी खुलेगी।

होल्ड हो जाता था दस्तावेज

- संपदा-1 में यदि एक पक्षकार नहीं आया है तो उसे होल्ड कर दिया जाता था। जब अनुपस्थित पक्षकार उपस्थित हो जाता था, उसका अंगूठा, पहचान कराने के बाद दस्तावेज पंजीकृत किया जाता था, लेकिन नए सॉफ्टवेयर में इस तरह की व्यवस्था नहीं है।

-दिसंबर से संपदा-2 पूर्ण रूप से चालू हो जाएगा। पुराने सॉफ्टवेयर को बंद कर दिया जाएगा। इसका पूरा प्रोग्राम भी आ गया है। 30 अक्टूबर तक पंजीयन विभाग को अपने पोलीगॉन की जांच करनी होगी।

-पक्षकार को ई रजिस्ट्री मिलेगी। उसके मोबाइल व ई मेल पर रजिस्ट्री की कॉपी पहुंचेगी। सेवा प्रदाता पक्षकार का दस्तावेज रख लेते थे, वह व्यवस्था खत्म हो जाएगी। सेवा प्रदाता पर दस्तावेज पहुंचने के बाद पक्षकारों से अवैध पैसे मांगे जाते थे। यह व्यवस्था भी बंद हो जाएगी।

-गवाह की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। क्योंकि आधार से अंगूठा व फोटो लिया जाएगा। इसलिए आधार का फोटो व वर्तमान फोटो पक्षकार से मिलना जरूरी है।