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11 साल से बना है देश के लिए पहेली, खूफिया एजेंसी तक नहीं पता कर सकीं किस देश का है अलमक्की

Infiltrator Ahmed Almakki : सरहद लांघकर 11 साल पहले आया घुसपैठिया अहमद अलमक्की कानून और खुफिया एजेंसियों के लिए फांस बन चुका है।

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Infiltrator Ahmed Almakki

11 साल से देश के लिए पहेली बना है अलमक्की (Photo Source- Patrika)

Infiltrator Ahmed Almakki : बांग्लादेश की सरहद लांघकर 11 साल पहले आया घुसपैठिया अहमद अलमक्की कानून और खुफिया एजेंसियों के लिए फांस बन चुका है। अलमक्की जिसने सऊदी अरब के मक्का में घर होने और खुद को ढाका बांग्लादेश का नागरिक बताने का दावा किया है। लेकिन दोनों ही देश उसे नागरिक मानने से इंकार कर चुके हैं। घुसपैठिया किस देश का वाशिंदा है, एक दशक बीत जाने के बाद भी अबतक तय नहीं हो सका है। खास बात ये है कि 3 साल पहले अलमक्की की सजा भी पूरी हो चुकी है। ऐसे में अब सिर्फ वो भारत में 'बिन बुलाया मेहमान' बना हुआ है।

अदालत ने उसे शरणार्थी कैंप में भेजने का आदेश दिया है, फिर भी घुसपैठिया जेल में मेहमानी काट रहा है। अफसर कहते हैं अलमक्की को किस कैंप में छोड़ना है, अबतक ये भी तय नहीं हुआ है। फिलहाल, पुरानी जेल की बैरक में उसे रखा गया है।

ग्वालियर के स्टेशन बजरिया से पकड़ाया था अलमक्की

आपको बता दें कि, अलमक्की को 21 सितंबर 2014 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर की पड़ाव थाना पुलिस ने स्टेशन बजरिया से पकड़ा था। संदिग्ध और धर्म से जुडे दस्तावेज और धार्मिक भाषणों से जुडी सीडी और एक हार्ड डिस्क भी मिली थी। पड़ाव थाने में पहुंचने पर अलमक्की ने कुछ जवानों से सांठगांठ कर अपना खेल जमाया। अरब से उसके नाम पर हर महीने पैसा आने लगा। रकम एक पुलिसकर्मी के परिजन के खाते में आती थी। उसके एवज में अलमक्की को थाने में मोबाइल, लैपटॉप, समेत थाने से बाहर आने-जाने तक की सुविधाएं मुहैया हो गईं।

जेल के डिटेक्टर सेंटर रखा गया

जेल अधीक्षक विदित सरवैया का कहना है कि, अलमक्की को शरणार्थी कैंप भेजने का आदेश है, लेकिन किस कैंप में भेजना है, अबतक तय नहीं हो सका है। इसलिए उसे जेल के डिटेक्टर सेंटर में रखा गया है।