
देश-विदेश में फैली है सिंधिया राजघराने की हजारों करोड़ की संपत्ति...।
ग्वालियर। बेशुमार दौलत और कई राजमहलों के मालिक सिंधिया राजपरिवार में संपत्ति का विवाद एक बार फिर चर्चाओं में हैं। संपत्ति को लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया की बुआ ऊषा राजे, वसुंधरा राजे और यशोधरा राजे ने भी संपत्ति में अपना हिस्सा मांगा है। दावा कोर्ट में पेश किया गया है। गौरतलब है कि सिंधिया राजघराने की प्रापर्टी देश और विदेशों में इतनी फैली हुई है कि इसका सटीक आंकलन आज तक सामने नहीं आ पाया है।
ग्वालियर के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ने इस मामले में सुनवाई की है। इस सुनवाई में हाईकोर्ट के आदेश की जानकारी भी कोर्ट को दी गई है। इसमें दोनों पक्षों को समझौते के तहत विवाद का निराकरण करना चाहा है। इसके लिए दिल्ली में मध्यस्थता का दौर भी चल रहा है। जब तक मध्यस्थता की रिपोर्ट नहीं मिल जाती तब तक वाद की सुनवाई पर रोक रहेगी। कोर्ट ने इस मामले में 13 जून को फिर सभी पक्षों को बुलाया है।
सिंधिया खानदान में संपत्ति का विवाद 2010 से चल रहा है। तब न्यायालय में एक वाद दायर किया गया था। सिंधिया राजघराने की तीनों बेटियों ऊषा राजे, वसुंधरा राजे और यशोधरा राजे ने अपने पिता की संपत्ति में बराबर का हक मांगा है। यह प्रकरण 2010 से न्यायालय में लंबित है। एक अन्य वाद पत्र भी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपनी बुआओं के विरुद्ध पेश किया है। दोनों ही मामले कोर्ट में लंबित हैं। इन दोनों ही मामले में दोनों ही पक्षों की ओर से कहा गया है कि वे आपसी सहमति से मध्यस्थता के जरिए विवाद को खत्म करना चाहते हैं। यह केस न्यायालय में विशेष केस के रूप में दर्ज है।
फिलहाल सुनवाई पर रोक
कोर्ट तीनों बुआओं के दावे के बाद इस मसले को जल्दी ही सुलझाना चाहता है। इसलिए कोर्ट ज्यादा वक्त नहीं देना चाहता है। लेकिन एक आवेदन पेश किया गया है कि जिसमें कहा गया है कि सिंधिया राजघराने की देश औरविदेश में काफी प्रापर्टी हैं, जिनके बारे में समझौता करने में वक्त लग रहा है। इसलिए कोर्ट की कार्यवाही को रोक दिया जाए। इस आवेदन को कोर्ट ने तीन जनवरी 2023 को खारिज भी कर दिया था। इसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर मध्यस्थता के जरिए विवाद को खत्म करने तक सुनवाई पर रोक लगाने की मांग कोर्ट से की थी। इसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया और सुनवाई पर रोक लगा दी।
कितनी है सिंधिया की दौलत
सिंधिया कितनी संपत्ति के मालिक हैं, यह पूरी तरह से आज तक कोई नहीं जान पाया, लेकिन जितनी भी संपत्ति आंकी गई है, उससे भी कहीं ज्यादा प्रापर्टी देश और विदेशों में है। सिंधिया की दौलत घोषणा पत्र में दो अरब से ज्यादा बताई जाती है। जबकि पूरी दौलत 40 हजार करोड़ से कहीं अधिक है। राजमाता विजयाराजे सिंधिया के समय से ही संपत्ति के बंटवारे को लेकर विवाद चलता रहा। जिसका केस माधवराव सिंधिया लड़ते रहे, अब वही काम ज्योतिरादित्य सिंधिया कर रहे हैं। विवाद में सामने ज्योतिरादित्य की तीनों बुआ हैं।
Updated on:
12 Apr 2023 06:59 pm
Published on:
12 Apr 2023 06:58 pm
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