शहर की गायत्री कॉलोनी में रहने वाले ज्ञानप्रकाश शर्मा (67) अपनी पत्नी गिरजा शर्मा के अलावा छोटे भाईव बहू के साथ 30 अप्रैल को तीर्थयात्रा के लिए रवाना हुए थे। वे हरिद्वार, ऋषिकेश, गंगोत्री होते हुए जब केदारनाथ पहुंचे तो वहां मौसम का मिजाज बेहद खराब था। एकाएक हुई बर्फबारी के बीच जहां रास्ते बंद हो गए, वहीं कई तीर्थयात्री आगे नहीं बढ़ पाए।
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शिवराज सिंह चौहान ने की घोषणाशर्मा परिवार जब घोड़ों पर सवार होकर केदारनाथ की चढ़ाई कर रहा था कि तभी बीच रास्ते में ज्ञानप्रकाश ने घोड़ा रुकवाया और उस पर से उतर गए। फिर उन्होंने अपनी पत्नी व भाई-बहू को भी घोड़े से नीचे उतरवाया तथा पत्नी को दवा देते हुए बोले कि तुम इसे खा लो, यहां ऑक्सीजन की कमी महसूस हो रही है। फिर एकाएक उनकी तबियत बिगड़ गईऔर जब डॉक्टर ने देखा तो उन्हें मृत घोषित कर दिया। चूंकि केदारनाथ के आधे रास्ते पर उनकी मौत हुई, तथा रास्तों पर बर्फ जमी थी, इसलिए उनके शव को हेलीकॉप्टर की मदद से रुद्रप्रयाग लाया गया।
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शाम होते ही बदल जाता है मौसम का मिजाज
बर्फवारी के चलते पूरे देश में मौसम का हाल बदला हुआ है। तेज आंधी, बारिश, ओले से लोग परेशान हो रहे हैं। दो दिन पहले ही राजस्थान में आए रेतीले तूफान ने आम जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। राजस्थान प्रशासन ने पूरे प्रदेश और सीमवर्ती इलाकों के लोगों के लिए अलर्ट जारी किया था। ग्वालियर चंबल संभाग में लगातार तेज आंधी आ रही है। ज्यादातर शाम के वक्त मौसम बिगड़ा जाता है। दोपहर में धूप और शाम के वक्त ठंडक होने की वजह से लोग बीमार हो रहे हैं।