खुले दिमाग का मालिक बने खाली दिमाग ना रहने दे
मुनि श्री ने आगे कहा कि खुले दिमाग का मालिक बने खाली दिमाग ना रहने दे। खाली दिमाग शैतान का घर होता है वहीं खुला दिमाग भगवान का मंदिर होता है हमेशा अपनी सफलताओं का श्रेय अपने से बड़ों को दें और आसफलता का श्रेय स्वयं ले ऐसा करने पर आपके अंदर अहंकार पैदा नहीं होगा ।उपलब्धियों का उत्सव तो मनाया जाना चाहिए मगर अहंकार नहीं पालना चाहिए जो लोग अपनी उपलब्धियों पर अकड़ कर के चलते हैं वह 1 दिन रावण और कंस की तरह रणक्षेत्र में जमींदोज हो जाया करते हैं क्योंकि दुनिया में सबसे बलवान समय है।
मुनिश्री के मंगल प्रवचन प्रतिदिन होंगे
चातुर्मास समिति के प्रचार मुख्य संयोजक सचिन जैन आदर्श कलम ने बताया कि मुनिश्री के प्रतिदिन सोमवार से शनिवार तक शाम 7:00 बजे से 7:30 बजे तक ओर रविवार को दोपहर 3:30 से 4:30 तक विशेष प्रवचन होंगे। यह आयोजन मुनि श्री का प्रवास स्थल सोनागिर सिद्ध क्षेत्रफल स्थित अमोल वाली धर्मशाला के आचार्य पुष्पदंत सागर सभागृह में चलेंगे!