नाट्य मंदिर की स्थापना आर्टिस्ट कम्बाइन द्वारा की गई। आर्टिस्ट कम्बाइन ने कई कलाकार शहर को दिए जिन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई। इसमें डॉ. कमल वशिष्ट, बसंत परांजपे, नाना गड़वाइकर, वीरेन्द्र शर्मा, रवि उपाध्याय, विजय मोडक, आनंद पर्णिकर, प्रदीप गोस्वामी, अशोक आनंद, प्रदीप गोस्वामी, आनंद गुप्ता, धीरेन्द्र पचौरी आदि रंगकर्मी शामिल हैं। इन्होंने नाट्य मंदिर में ही रंगकर्म के जरिए अपनी कला को निखारा और पहचान बनाई।