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राहत की आड़ में दौड़ रहीं अनफिट बसें, कम किराए का लालच देकर कर रहे ओवरलोड

राहत की आड़ में दौड़ रहीं अनफिट बसें, कम किराए का लालच देकर कर रहे ओवरलोड

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राहत की आड़ में दौड़ रहीं अनफिट बसें, कम किराए का लालच देकर कर रहे ओवरलोड

राहत की आड़ में दौड़ रहीं अनफिट बसें, कम किराए का लालच देकर कर रहे ओवरलोड

ग्वालियर. वाहन को टैक्स में 31 मार्च तक छूट की आड़ में शहर से आसपास के शहरों में जाने वाली अनफिट बसें बेखौफ दौड़ रही हैं। निजी बस संचालक कम किराए का लालच देकर क्षमता से अधिक सवारियां बसों में बैठा रहे हैं। इन बस संचालकों के हौंसले इतने बुलंद हैं कि यात्रियों को बैठाने के लिए ये स्मार्ट सिटी बसों के ड्राइवरों तक से मारपीट पर उतारू हो जाते हैं। अन्य राज्यों की सरकारी बसें यात्रियों को बाहर ही बस स्टैंड पर उतारकर लौट रहे हैं। इन सबको लेकर परिवहन विभाग भी जिम्मेदार है। परिवहन की टीम लगातार चेकिंग अभियान नहीं चला रहे हैं, जिससे ये वेखौफ हैं। ऐसे में कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।


आस-पास के रूट पर दौड़ रहीं खटरा बसें
ग्वालियर के कुछ रूट और आस-पास के रूटों पर कई खटरा बसें यात्रियों को ढो रही हैं। बसों की हालत तो ये है कि सीटें फटी हुई है और कांच टूटे हुए हैं। वहीं कई बसों में तो आपातकालीन दरवाजा तक नहीं है। आपातकालीन दरवाजा हटाकर वहां सीट लगवा दी गई है, जिससे ज्यादा यात्री सवार हो सकें।


लंबे रूट की बसें ढो रहीं माल
दूसरे राज्यों में जाने वाली बसें यात्रियों से ज्यादा माल ढो रही है। इंदौर, भोपाल, रीवा, छतरपुर, पन्ना, जयपुर, अहमदाबाद सहित अन्य जिलों में जा रही वीडियोकोच और स्लीपर बसें यात्रियों से ज्यादा माल ढो रही है, सामान लेकर जाने से इन बसों को काफी फायदा होता है। लेकिन उनके खिलाफ विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।