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कश्मीर मामले में अमेरिका की मध्यस्थता मंजूर नहीं

India Pakistan Tension: सजग नागरिकों ने प्रधानमंत्री के नाम कलेक्टर को शुक्रवार को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा, हम कश्मीर समस्या का समाधान करने के लिए भारत-पाकिस्तान के वार्ता का समर्थन करते हैं, लेकिन किसी तीसरे देश की मध्यस्थता हमें मंजूर नहीं है।

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US Mediation in Kashmir

US Mediation in Kashmir

US Mediation in Kashmir:ग्वालियर में सजग नागरिकों ने प्रधानमंत्री के नाम कलेक्टर को शुक्रवार को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा, हम कश्मीर समस्या का समाधान करने के लिए भारत-पाकिस्तान(India Pakistan) के वार्ता का समर्थन करते हैं, लेकिन किसी तीसरे देश की मध्यस्थता हमें मंजूर नहीं है। भारत की संप्रभुता से कोई समझौता नहीं किया जाना चाहिए।सजग नागरिकों के पदाधिकारियों ने कहा, पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा भारतीयों की हत्या किए जाने से देश आक्रोशित है। पर्यटकों को बचाने की कोशिश करते हुए आदिल हुसैन शाह शहीद हुए। पाकिस्तान की गोलाबारी में शहीद हुए सैनिकों और नागरिकों को नमन करते हैं।

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इन्होंने दिया ज्ञापन

ज्ञापन देने वालों में सीपीआई के कौशल शर्मा, ओबीसी महासभा के धर्मेन्द्र कुशवाह, किसंस के रमेश परिहार, शत्रुघन यादव, सुरेंद्र सविता, पुरण राणा, अभिनेंद्र यादव, प्रफुल्ल खरे, विवेक बाथम, राजेश यादव, रणवीर यादव, डॉ. राकेश खरे शामिल रहे।

कश्मीर आंतरिक मामला है

अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप(US Mediation in Kashmir) द्वारा भारत-पाकिस्तान के बीच कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए मध्यस्थता के संकेत देती पेशकश को भारत ने सख्ती से खारिज कर दिया है। भारत ने दो-टूक कहा है कि कश्मीर आंतरिक मामला है और किसी मध्यस्थता की जरूरत नहीं है। चर्चा सिर्फ पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) की वापसी को लेकर ही की जा सकती है।