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पत्नी करती थी प्रेमी से बात, रोकने पर देते थी फंसाने की धमकी तो उठा लिया ये कदम

थाना पुलिस और जनसुनवाई मे पति कर चुका था शिकायत, नहीं हुई सुनवाई तो पी लिया जहर

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पत्नी करती थी प्रेमी से बात, रोकने पर देते थी फंसाने की धमकी तो उठा लिया ये कदम

पत्नी करती थी प्रेमी से बात, रोकने पर देते थी फंसाने की धमकी तो उठा लिया ये कदम

ग्वालियर। पत्नी हर रोज अपने प्रेमी से घंटों बात करती थी। जब पति रोकता तो पत्नी गाली गलौज पर उतर आती और झूठे केस में फंसाने की धमकी देती। इस बात को लेकर घर में आए दिन गृहक्लेश होता। पति ने इस बात की शिकायत थाना पुलिस और जनसुनवाई में भी की। लेकिन यहां भी उसकी बात नहीं सुनी गई। आवेदन देने के 5 दिन बाद तक भी कोई पुलिसकर्मी मामले की तहकीकात करने घर नहीं आया। जब हर तरफ से मायूसी हाथ लगी तो डिप्रेशन में आकर पति ने खौफनाक कदम उठा लिया। उसने जहर पीकर आत्महत्या कर ली। युवक की आत्महत्या के बाद पुलिस की लापरवाही पर भी सवाल उठने लगे। अब पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
थाटीपुर क्षेत्र के बीजासेन मंदिर के पास रहने वाले नरेंद्र पुत्र प्रीतम सिंह कैन ने बीते रोज जहर खाकर आत्महत्या कर ली। परिजन ने बताया कि शुक्रवार की शाम नरेंद्र घर लौटे और घर पर आकर बताया कि उल्टी आ रही है। उसके पास उसकी हालत बिगडऩे लगी। परिजन उसे लेकर अस्पताल पहुंचे, लेकिन इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। नरेंद्र के भाई विकास ने बताया कि नरेंद्र ठेकेदारी का काम करते थे। उनका उनकी पत्नी नीरू से विवाद चल रहा था। 24 जनवरी को ही नरेंद्र ने जनसुनवाई में भी आवेदन दिया था। जिसमें बताया था कि उनकी पत्नी आए दिन उन्हें धमकी देती है और गाली गलौज करती है। साथ ही किसी व्यक्ति से फोन पर बात करती है। रोकने पर उन्हें और उनके परिवार को धमकाती है। आवेदन में नरेंद्र ने यह भी बताया था कि बात करने से रोकने पर उस व्यक्ति वशीर ने भी नरेंद्र को धमकाया और जान से मारने की धमकी दी। साथ ही उसकी पत्नी को उठाकर साथ ले जाने की भी बात कही।


पुलिस करती कार्रवाई तो बच सकती थी जान
नरेंद्र के परिजन ने बताया कि पुलिस के कार्रवाई नहीं करने से वह काफी परेशान चल रहा था और 10-12 दिन से खाना भी नहीं खा रहा था। परिजन का कहना है कि शिकायत के बाद भी पुलिस उनके पास नहीं पहुंची। अगर पुलिस कार्रवाई करती तो नरेंद्र की जान बच सकती थी।


दो बच्चों की मां है महिला
आवेदन में नरेंद्र ने पुलिस को बताया कि उसके दो बच्चे हैं एक बेटा 8 साल का और दूसरा 4 साल का। कई बार बच्चों का हवाला भी दिया, लेकिन वशीर के प्रेम में अंधे होकर उसने किसी की परवाह नहीं की।


पति की सडक़ दुर्घटना में घायल होने के बाद बदला व्यवहार
नरेंद्र ने पुलिस को बताया था कि शादी के 4 साल पहले तक सब ठीक था। लेकिन 2017 में उसका सडक़ दुर्घटना में घायल हो गया। इस दौरान 20 दिन वह कोमा में भी रहा। उस हादसे के बाद पत्नी के व्यवहार में परिवर्तन आ गया और वह वशीर के संपर्क मे आ गई।