नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड के सहयोग से चला रहे प्रोजेक्ट, पशु पालकों को हो रहा फायदा
-किसानों की आर्थिक स्थिति सुधर रही
जि़ला समन्वयक डॉ. संजय विश्नोई व डॉ विकास सैनी ने पशुपालकों को कृत्रिम गर्भाधान व उन्नत नस्लों से मिलने वाले लाभों की जानकारी दी
नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड द्वारा गांव न्योलखि से 40 हजार रुपए प्रति बछड़े की दर से 2 साहीवाल बछड़े खरीद किए हंै
जिले की टोपरिया क्षेत्र में देशी गाय के उत्थान के लिए नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड के सहयोग से गंगमूल सरस डेयरी द्वारा संचालित प्रोजेक्ट के तहत क्षेत्र के पशुपालकों को काफी फायदा मिल रहा है
हनुमानगढ़. जिले की टोपरिया क्षेत्र में देशी गाय के उत्थान के लिए नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड के सहयोग से गंगमूल सरस डेयरी द्वारा संचालित प्रोजेक्ट के तहत क्षेत्र के पशुपालकों को काफी फायदा मिल रहा है। पल्लू तहसील के न्योलखि क्षेत्र में इसके प्रयास ए आई टी राजेन्द्र तेतरवाल द्वारा किये जा रहे हैं। जिसका पशुपालकों को काफी लाभ मिल रहा है। राजेन्द्र तेतरवाल ने बताया कि गांव न्योलखि के निवासी बलराम पुत्र हजारी राम सिराव एवं सरजीत पुत्र हनुमान सोलंकी को सर्वाधिक फायदा हुआ है। नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड द्वारा गांव न्योलखि से 40 हजार रुपए प्रति बछड़े की दर से 2 साहीवाल बछड़े खरीद किए हंै। परियोजना प्रभारी डॉ. राजाराम गोदारा ने बताया कि साहीवाल नस्ल सुधार परियोजना के अंतर्गत उच्च आनुवंशिक गुणों वाले नर बछड़ो को खरीदा जाता है । इस अवसर पर प्रयोजन जि़ला समन्वयक डॉ. संजय विश्नोई व डॉ विकास सैनी ने पशुपालकों को कृत्रिम गर्भाधान व उन्नत नस्लों से मिलने वाले लाभों की जानकारी दी। कार्यक्रम में सुपरवाइजर सोनू सिंह व न्योलखि के मिल्क उत्पादक रिकॉर्ड महावीर सहारण अनिल गढ़वाल आदि मौजूद रहे।