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केवल कार्ड टेस्ट में कोरोना पॉजिटिव होने से नहीं मिलेगा रेस्ट

locationहनुमानगढ़Published: Jun 20, 2021 10:06:45 pm

Submitted by:

adrish khan

हनुमानगढ़. केवल कार्ड टेस्ट के आधार पर कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर किसी कर्मचारी को रेस्ट नहीं मिलेगा। आरटीपीसीआर जांच में पॉजिटिव पाए जाने पर ही उसे कोरोना संक्रमित माना जाएगा।

केवल कार्ड टेस्ट में कोरोना पॉजिटिव होने से नहीं मिलेगा रेस्ट

केवल कार्ड टेस्ट में कोरोना पॉजिटिव होने से नहीं मिलेगा रेस्ट

केवल कार्ड टेस्ट में कोरोना पॉजिटिव होने से नहीं मिलेगा रेस्ट
– रैपिड एंटीजन टेस्ट में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर नहीं मिलेगा क्वॉरेंटीन अवकाश प्रमाण पत्र
– चिकित्सा अधिकारियों को जारी किए निर्देश
हनुमानगढ़. केवल कार्ड टेस्ट के आधार पर कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर किसी कर्मचारी को रेस्ट नहीं मिलेगा। आरटीपीसीआर जांच में पॉजिटिव पाए जाने पर ही उसे कोरोना संक्रमित माना जाएगा। यह मानना है चिकित्सा विभाग का। इसको लेकर आदेश भी जारी किया जा चुका है। इसका दूसरे शब्दों में लब्बोलुबाब यह है कि रैपिड एंटीजन टेस्ट कोई ज्यादा विश्वसनीय नहीं है। इसमें पॉजिटिव पाए गए व्यक्ति को संदिग्ध कोरोना संक्रमित ही माना जा रहा है। आरटीपीसीआर जांच में पॉजिटिव ही सही मायनों में किसी के कोरोना रोगी होने का प्रमाण है।
दरअसल, रैपिड एंटीजन टेस्ट में कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद कर्मचारियों एवं अधिकारियों के क्वॉरेंटीन अवकाश पर जाने के बढ़ते मामलों आदि के चलते आरटीपीसीआर सैंपल लेकर जांच कराने का आदेश जारी किया गया है। इसके अलावा रैपिड एंटीजन टेस्ट में पूर्व नियोजित पॉजिटिव को लेकर भी प्रदेश में कई तरह की बातें सामने आई हैं। इन सबके चलते चिकित्सा निदेशालय ने रैपिड एंटीजन टेस्ट में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर किसी भी विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी को क्वॉरेंटीन अवकाश प्रमाण पत्र जारी नहीं करने का आदेश दिया है।
कराई जाए जांच व्यवस्था
जानकारी के अनुसार चिकित्सा प्रभारी अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे कार्ड टेस्ट में कोरोना पॉजिटिव पाए गए किसी कर्मचारी व अधिकारी को किसी भी स्तर पर क्वॉरेंटीन अवकाश प्रमाण पत्र जारी नहीं करे। चिकित्सा निदेशालय के निर्देशों के बाद चिकित्सा अधिकारियों ने यह आदेश आगे जारी किए हैं। इनमें चिकित्सा अधिकारियों से कहा गया है कि रैपिड एंटीजन टेस्ट में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर क्वॉरेंटीन अवकाश प्रमाण पत्र चाहने वाले रोगी का तत्काल उपचार शुरू कराया जाए। मगर उनको कार्ड टेस्ट के आधार पर क्वॉरेंटीन अवकाश प्रमाण पत्र जारी नहीं करे। साथ ही उसका आरटीपीसीआर सैंपल लेकर कोरोना जांच के लिए भिजवाने की व्यवस्था की जाए।
कार्ड जांच से चलाए काम
कई तरह के कामकाज आदि के लिए कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट मांगी जाती है जो एक-आध दिन ही पुरानी हो। आरटीपीसीआर सैंपल की जांच रिपोर्ट आने में दो दिन तक का समय लग जाता है। ऐसे में हाथोंहाथ तो रैपिड एंटीजन टेस्ट की रिपोर्ट ही मिलती है। इसलिए इसी रिपोर्ट के आधार पर काम चलाया जाता है। बड़ी रोचक बात है कि नेगेटिव रिपोर्ट तो रैपिड एंटीजन टेस्ट की खूब चलती है। मगर पॉजिटिव रिपोर्ट में पेच है।

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