भद्रकाली मंदिर के पास बना कॉजवे ओवरफ्लो
-श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक, पुलिस का जाब्ता तैनात
-संभावित बाढ़ के खतरे को देखते हुए आपदा राहत दल की टीम ने नदी क्षेत्र का लिया जायजा
हनुमानगढ़. घग्घर नदी में पानी बढऩे का क्रम शनिवार को जारी रहा। हनुमानगढ़ टाउन के नजदीक ऐतिहासिक भद्रकाली मंदिर के पास नदी के ऊपर बना कॉजवे पानी में डूब गया। कॉजवे के ओवरफ्लो होने की वजह से पानी मंदिर के आसपास पहुंच गया। हालांकि मंदिर भवन तक पानी नहीं पहुंचा है। प्रशासनिक अधिकारी व पुलिस के अधिकारी पानी की निगरानी में लगे हुए हैं। आपदा राहत दल ने एसपी सुधीर चौधरी की अगुवाई में नाव के जरिए नदी क्षेत्र का जायजा लिया। भद्रकाली क्षेत्र विकास सेवा समिति के अध्यक्ष भगवान सिंह खुड़ी ने बताया कि प्रशासन के आदेश पर मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। केवल पुजारी नियमित रूप से पूजा करने के लिए ही मंदिर खोलेंगे। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के अनुसार ओटू हैड से राजस्थान क्षेत्र के लिए 21 जुलाई को 40350 क्यूसेक पानी की आवक हो रही थी। जो 22 जुलाई को बढकऱ 40700 क्यूसेक हो गया। इसके बाद घग्घर के नाली बेड में पानी की मात्रा भी बढ़ा दी गई। वर्तमान में इस नदी में सात हजार क्यूसेक से अधिक पानी चलाया जा रहा है। बीते दो दशक की बात करें तो सर्वाधिक पानी इस समय नाली बेड में चलाया जा रहा है। नाली बेड का पानी शनिवार सुबह पांच बजे 56 जीबी पुल, रामसिंहपुर से कुुपली रोड क्रॉस कर गया। रविवार सुबह तक अनूपगढ़-विजयनगर पुल क्रॉस होने की संभावना है। जल संसाधन विभाग हनुमानगढ़ के एक्सईएन सहीराम यादव ने बताया कि पानी का प्रवाह तेज गति से हो रहा है। बीते दो दशक की बात करें तो सर्वाधिक पानी इस समय नाली बेड में चला रहे हैं। फिलहाल सबको सतर्क रहने की जरूरत है।
आवक पर नजर
घग्घर नदी के ओटू हैड पर 22 जुलाई 2023 को 40700 क्यूसेक पानी की आवक हो रही थी। दो दशक में रिकॉर्ड पानी की आवक से सब बेचैन हो रहे हैं। इसी तरह घग्घर साइफन में 23550, आईजीएफ आरडी 629 में 5112 क्यूसेक पानी चलाया जा रहा था। वहीं नाली बेड में 7049 क्यूसेक पानी चलाने के बाद प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है।
आपदा राहत मंत्री सदन में व्यस्त
कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुरेंद्र दादरी ने संगठन स्तर पर संभावित बाढ़ के खतरे से निपटने को तैयार किए गए प्लान की जानकारी शनिवार को मीडिया को दी। इस दौरान जिले में बाढ़ की आशंका के बीच आपदा राहत व जिला प्रभारी मंत्री गोविंदराम मेघवाल के दौरे को लेकर मीडिया ने जब सवाल किया तो दादरी ने कहा कि वह विधानसभा की कार्रवाई में व्यस्त हैं। कुछ महत्वपूर्ण बिल पेश हो रहे हैं। इसलिए उनका विधानसभा में रहना जरूरी है। उन्होंने कहा कि आपदा के वक्त संगठन स्तर पर हम सभी प्रशासन व पब्लिक के साथ हैं। ओबीसी वित्त विकास आयोग अध्यक्ष पवन गोदारा, जिला प्रमुख कविता मेघवाल, कांग्रेस नेता भूपेंद्र चौधरी, पंचायत समिति के पूर्व प्रधान दयाराम जाखड़ सहित अन्य प्रेसवार्ता में मौजूद रहे।