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कई नहरों के सुधरेंगे हालात, बढ़ेगी पानी लेने की क्षमता

हनुमानगढ़. आने वाले समय में भाखड़ा परियोजना की कुछ नहरों की सूरत बदलने वाली है। बताया जा रहा है कि एमएमके, एमजेडी, जेआरके, जीजीआर नहरें आगामी दो बरसों में पूरी रतह से पक्की हो जाएगी।

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हनुमानगढ़: भाखड़ा नहर।

हनुमानगढ़: भाखड़ा नहर।

-भाखड़ा परियोजना की पांच नहरों के पुनरोद्धार की तैयारी
-जल संसाधन विभाग के अधिकारी जुटे कागजी प्रक्रिया पूर्ण करने में
हनुमानगढ़. आने वाले समय में भाखड़ा परियोजना की कुछ नहरों की सूरत बदलने वाली है। बताया जा रहा है कि एमएमके, एमजेडी, जेआरके, जीजीआर नहरें आगामी दो बरसों में पूरी रतह से पक्की हो जाएगी। इनकी रीलाइनिंग कार्य को लेकर बजट घोषणा हो चुकी है। इसकी पालना में टेंडर आदि कार्य प्रगति पर हैं। इस कार्य पर 113 करोड़ खर्च होने का अनुमान है। वित्तीय स्वीकृति मिलने के बाद काम शुरू करने की बात अधिकारी कह रहे हैं। वर्तमान में इन नहरों की बरसों पुरानी लाइनिंग क्षतिग्रस्त हो गई है।
इनके जीर्णोद्धार के लिए सरकार ने अब बजट घोषणा करके इनकी सूरत बदलने का निर्णय लिया है। इसकी पालना करवाने में अधिकारी जुट गए हैं। प्रोजेक्ट के अनुसार दो वर्ष में सभी काम पूरे करने हैं। जैसे-जैसे नहरों में बंदी होगी, वैसे-वैसे चरणबद्ध तरीके से काम पूरे किए जाएंगे। रीलाइनिंग कार्य के बाद नहरों में क्षमता के अनुसार पानी चलाना संभव होगा। पानी का प्रवाह समुचित तरीके से हो सकेगा। इससे टेल के किसानों को भी रेग्यूलेशन के अनुसार पूरा पानी मिल सकेगा।

कौन सी नहर कितनी लंबी
जानकारी के अनुसार भाखड़ा परियोजना की एमएमके वितरिका 37, एमजेडी 49, जेआरके 26 तथा जीजीआर 16.67 किमी लंबी है। इन नहरों की रीलाइनिंग होने के बाद बड़े स्तर पर किसानों को लाभ मिल सकेगा। जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता रामाकिशन के अनसार नहरों के पुनरोद्धार के लिए बजट घोषणा की गई थी। इसकी पालना में काम शुरू करवा दिए गए हैं। जल्द वित्तीय स्वीकृति जारी होने पर निर्माण कार्य शुरू करवाने का प्रयास रहेगा।

मोडिया नहर का भी बदलेगा हाल
जानकारी के अनुसार जायका प्रोजेक्ट के तहत मोडिया नहर का भी पुनरोद्धार करने की तैयारी चल रही है। यह नहर 45 किलोमीटर लंबी है। इसके पुनरोद्धार पर 57 करोड़ खर्च होने का अनुमान है। वित्तीय स्वीकृति के लिए सरकार से पत्राचार किया जा रहा है।