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सिंचाई पानी की मांग को लेकर किसानों ने लगाया जाम, शाम सात बजे खोला जाम, डटे धरने पर

locationहनुमानगढ़Published: Nov 30, 2020 07:57:35 pm

Submitted by:

adrish khan

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नोहर. सिंचाई पानी की मांग को लेकर सिद्धमुख फीडर की रासलाना वितरिका के टेल के किसानों ने सोमवार सुबह साहवा-जयपुर मार्ग को जाम कर दिया। रेग्यूलेशन शुरू होने के पांच दिन बाद भी एक बूंद सिंचाई पानी नहीं मिलने से आक्रोशित किसानों की प्रशासन से वार्ता सिरे नहीं चढ़ पाई।

सिंचाई पानी की मांग को लेकर किसानों ने लगाया जाम, शाम सात बजे खोला जाम, डटे धरने पर

सिंचाई पानी की मांग को लेकर किसानों ने लगाया जाम, शाम सात बजे खोला जाम, डटे धरने पर

सिंचाई पानी की मांग को लेकर किसानों ने लगाया जाम, शाम सात बजे खोला जाम, डटे धरने पर
– चोरी के कारण टेल पर नहीं पहुंचा रहा पानी
– रासलाना वितरिका टेल के 11 किसान बेमियादी अनशन पर
नोहर. सिंचाई पानी की मांग को लेकर सिद्धमुख फीडर की रासलाना वितरिका के टेल के किसानों ने सोमवार सुबह साहवा-जयपुर मार्ग को जाम कर दिया। रेग्यूलेशन शुरू होने के पांच दिन बाद भी एक बूंद सिंचाई पानी नहीं मिलने से आक्रोशित किसानों की प्रशासन से वार्ता सिरे नहीं चढ़ पाई। इसके चलते देर शाम तक किसान जयपुर मार्ग जाम कर धरने पर बैठे रहे। वहीं पुन: रेग्यूलेशन शुरू कर पूरे आठ दिन सिंचाई पानी की मांग को लेकर ग्यारह किसान बेमियादी अनशन पर बैठ गए। इससे पहले ललाना, सूरपुरा, भोगराना, दलपतपुरा, आपुवाला, ढाणी सहारणान, दुर्जाना, लाखासर, मेघाना, नहराना आदि गांवों के किसान सोमवार सुबह से ही गांव दलपतपुरा के पास रायसिंहपुरा माइनर पर जुटने लगे। करीब 11 बजे किसानों ने प्रशासन व जल संसाधन विभाग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए साहवा-जयपुर मार्ग जाम कर बीच सड़क धरना देकर बैठ गए।
सूचना मिलने पर भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों ने किसानों से वार्ता की। तहसीलदार ओमप्रकाश, थाना प्रभारी सुदर्शन बिश्नोई व जल संसाधन विभाग के एक्सईएन पीसी गुप्ता ने किसानों को रेग्यूलेशन के बचे हुए तीन दिनों तक सिंचाई पानी उपलब्ध करवाने का दावा कर समझाइश की। परंतु किसान पूरे आठ दिनों तक सिंचाई पानी की मांग पर अड़े रहे। ऐसे में प्रशासन के साथ वार्ता सिरे नहीं चढ़ पाई। जाम के चलते जयपुर मार्ग पर बसों व निजी वाहनों की कतारें लगी रही।
चोरी रोकने में विफल
धरना स्थल पर आयोजित सभा में किसान प्रतिनिधियों ने प्रशासन व जल संसाधन विभाग के खिलाफ सिंचाई पानी चोरी पर अंकुश लगाने में पूरी तरह से विफल रहने के आरोप लगाए। किसानों ने कहा कि भादरा क्षेत्र में बिना रेग्यूलेशन के ही खेतों में सिंचाई पानी भरा पड़ा है जो प्रशासन की विफलता का प्रत्यक्ष उदाहरण है। किसानों ने आरोप लगाया कि प्रशासन राजनीतिक दबाव में सिंचाई पानी चोरों के गिरेबान तक नहीं पहुंच रहा। महज कागजों में नहरों की निगरानी व गश्त के दावे कर सब्जबाग दिखा रहा है। किसानों ने कहा कि आठ दिन के रेग्यूलेशन के पांच दिन बाद भी बडबिराना, आपुवाला, लाखासर, मेघाना, ढाणी चारणान आदि माइनर में एक बूंद सिंचाई पानी नहीं पहुंचा। ऐसे में किसानों को अपने हक के लिए सड़क पर उतरना पड़ा। किसान प्रतिनिधियों ने अपने हिस्से का निर्धारित सिंचाई पानी मिलने तक आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया। इसके बाद शाम को किसान कनीराम बेनीवाल, अर्जुन बेनीवाल, भूप सिंह, शैलेन्द्र बेनीवाल, कुंभाराम जाखड़, बिशनाराम मुंदलिया, लक्ष्मीनारायण सहारण, संदीप बेनीवाल, मुंशीराम बरोड़, दलीप सहारण व मोहरसिंह बेनीवाल ने बेमियादी अनशन शुरू कर दिया। इस दौरान देहात भाजपा अध्यक्ष कुलदीप सहू, कृष्ण सहारण, भाजयुमो जिलाध्यक्ष सुशील जोशी, सरपंच प्रतिनिधि ओमप्रकाश सहू, रमेश बेनीवाल, सवाईसिंह राजपूत, राजाराम बेनीवाल, रामस्वरूप सिधु, मनीराम सहारण, मोहरसिंह बिजारणियां, विनोद जांगिड़ आदि देर शाम तक आंदोलकारी किसानों के साथ डटे हुए थे। समाचार लिखे जाने तक किसानों का जयपुर मार्ग पर जाम जारी था।

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