यह रहा तापमान
संगरिया कृषि विज्ञान केन्द्र की मौसम इकाई के अनुसार 19 अप्रेल को न्यूनतम तापमान- 24.7 रहा। जबकि दोपहर एक से डेढ़ बजे के करीब अधिकतम तापमान 43.6 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग ने पहले ही चेता दिया था कि आगामी दिनों में पश्चिमी विक्षोभ के कम प्रभाव से बादलों की आवाजाही व 21 अप्रेल को कहीं-कहीं धूलभरी हवा के साथ बूंदाबांदी होगी। आगामी पांच दिनों मे अधिकतम तापमान 42.0 से 45.0 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25.0 से 26.0 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। सापेक्ष आद्र्रता 05-19 प्रतिशत हो सकती है। हवा की औसत गति 8.0 से 14.0 किमी प्रति घंटे हो सकती है।
संगरिया कृषि विज्ञान केन्द्र की मौसम इकाई के अनुसार 19 अप्रेल को न्यूनतम तापमान- 24.7 रहा। जबकि दोपहर एक से डेढ़ बजे के करीब अधिकतम तापमान 43.6 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग ने पहले ही चेता दिया था कि आगामी दिनों में पश्चिमी विक्षोभ के कम प्रभाव से बादलों की आवाजाही व 21 अप्रेल को कहीं-कहीं धूलभरी हवा के साथ बूंदाबांदी होगी। आगामी पांच दिनों मे अधिकतम तापमान 42.0 से 45.0 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25.0 से 26.0 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। सापेक्ष आद्र्रता 05-19 प्रतिशत हो सकती है। हवा की औसत गति 8.0 से 14.0 किमी प्रति घंटे हो सकती है।
बदलते मौसम से किसान परेशान, तापमान कम होने पर राहत की सांस
हनुमानगढ़. जिले में गुरुवार को बदले मौसम व हल्की बूंदा-बांदी के बाद किसान चिंतित हो गए। वहीं अत्यधिक गर्मी के कारण तापमान कम होने से लोगों ने राहत की सांस ली। कई दिनों से भीषण गर्मी होने के कारण दोपहर को घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया था। जानकारों की माने तो इस बार रिकार्डतोड़ गर्मी पड़ रही है। इस तरह की गर्मी मई के दूसरे सप्ताह में होती है। उधर, आमजन ने गुरुवार को हल्की बूंदा-बांदी के बाद राहत की सांस ली। किसानों की माने तो हल्की बूंदा बांदी से कोई असर नहीं होगा अगर ज्यादा बारिश हुई तो खेंतो में नरमे की बिजाई चल रही है या फिर खेत में पड़ी तूड़ी को नुकसान होगा। तेज बारिश होने पर मंडी में पड़ी कनक व सरसों को भी नुकसान होगा। गत वर्ष भी बारिश के कारण कनक के रंग में फर्क आने पर एफसीआई ने गेहूं की खरीद करने से इंकार कर दिया था। किसानों की ओर से रोष प्रकट करने के बाद खरीद तो शुरू कर दी गई थी। लेकिन कटौती की गई थी। इससे किसानों को नुकसान झेलना पड़ा था।
हनुमानगढ़. जिले में गुरुवार को बदले मौसम व हल्की बूंदा-बांदी के बाद किसान चिंतित हो गए। वहीं अत्यधिक गर्मी के कारण तापमान कम होने से लोगों ने राहत की सांस ली। कई दिनों से भीषण गर्मी होने के कारण दोपहर को घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया था। जानकारों की माने तो इस बार रिकार्डतोड़ गर्मी पड़ रही है। इस तरह की गर्मी मई के दूसरे सप्ताह में होती है। उधर, आमजन ने गुरुवार को हल्की बूंदा-बांदी के बाद राहत की सांस ली। किसानों की माने तो हल्की बूंदा बांदी से कोई असर नहीं होगा अगर ज्यादा बारिश हुई तो खेंतो में नरमे की बिजाई चल रही है या फिर खेत में पड़ी तूड़ी को नुकसान होगा। तेज बारिश होने पर मंडी में पड़ी कनक व सरसों को भी नुकसान होगा। गत वर्ष भी बारिश के कारण कनक के रंग में फर्क आने पर एफसीआई ने गेहूं की खरीद करने से इंकार कर दिया था। किसानों की ओर से रोष प्रकट करने के बाद खरीद तो शुरू कर दी गई थी। लेकिन कटौती की गई थी। इससे किसानों को नुकसान झेलना पड़ा था।
यह रहा तापमान
संगरिया कृषि विज्ञान केन्द्र की मौसम इकाई के अनुसार 19 अप्रेल को न्यूनतम तापमान- 24.7 रहा। जबकि दोपहर एक से डेढ़ बजे के करीब अधिकतम तापमान 43.6 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग ने पहले ही चेता दिया था कि आगामी दिनों में पश्चिमी विक्षोभ के कम प्रभाव से बादलों की आवाजाही व 21 अप्रेल को कहीं-कहीं धूलभरी हवा के साथ बूंदाबांदी होगी। आगामी पांच दिनों मे अधिकतम तापमान 42.0 से 45.0 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25.0 से 26.0 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। सापेक्ष आद्र्रता 05-19 प्रतिशत हो सकती है। हवा की औसत गति 8.0 से 14.0 किमी प्रति घंटे हो सकती है।
संगरिया कृषि विज्ञान केन्द्र की मौसम इकाई के अनुसार 19 अप्रेल को न्यूनतम तापमान- 24.7 रहा। जबकि दोपहर एक से डेढ़ बजे के करीब अधिकतम तापमान 43.6 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग ने पहले ही चेता दिया था कि आगामी दिनों में पश्चिमी विक्षोभ के कम प्रभाव से बादलों की आवाजाही व 21 अप्रेल को कहीं-कहीं धूलभरी हवा के साथ बूंदाबांदी होगी। आगामी पांच दिनों मे अधिकतम तापमान 42.0 से 45.0 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25.0 से 26.0 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। सापेक्ष आद्र्रता 05-19 प्रतिशत हो सकती है। हवा की औसत गति 8.0 से 14.0 किमी प्रति घंटे हो सकती है।