इसलिए एफसीआई अपने गोदाम में ऐसी गेहूं का भंडारण नहीं कर सकता। इसके बाद नेफेड खरीद केंद्र संगरिया के प्रभारी ने कलक्टर व कृषि विपणन विभाग के उप निदेशक को पत्र लिखकर वस्तुस्थिति से अवगत करवा दिया है।
इसमें बताया है कि आगामी आदेश तक एफसीआई अब आऊटर से खरीदी गई गेहूं का उठाव नहीं करेगा। इस तरह करीब २५ करोड़ का भुगतान अटक गया है। खरीद नियमों की पेचीदगी के चलते किसान भुगतान के लिए भटक रहे हैं। लेकिन बिना उठाव के किसानों को भुगतान संभव नहीं है।
संगरिया मंडी में नेफेड ने अभी तक ६१३५ किसानों से १०८२५० एमटी गेहूं की सरकारी खरीद की है। इसमें ५४१८ किसानों को १८८.७२ करोड़ का भुगतान कर दिया है। जबकि २५.०७ करोड़ का भुगतान उठाव कार्य नहीं होने के कारण रोक लिया गया है। जिले में अबकी बार १९७५ रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से गेहूं की सरकारी खरीद की गई है।
चालू रबी सीजन २०२१-२२ में जिले में १८ केंद्रों पर गेहूं की सरकारी खरीद की गई है। इससे किसान काफी उत्साहित हो रहे हैं। इसमें अब तक ४५७७८ किसानों से खरीद की गई है। साथ ही ४१६१७ किसानों को कुल १२५६.०४ करोड़ का भुगतान भी कर दिया गया है। गेहंू की सरकारी खरीद होने से जिले के किसानों की आर्थिक स्थिति सुधरेगी की उम्मीद है।