परिवादी ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने उससे कंपनी में निवेश की गई रकम 200 दिनों में दोगुनी वापस करने की बात कही। दोनों भाइयों के अलावा बृजलाल के पुत्र दीपक उर्फ गुड्डू व उधबदास उर्फ उदय सिंधी ने उसे व उसके साथियों के अलावा कई लोगों को विश्वास में लेकर करोड़ों रुपयों का निवेश कंपनी में करवा लिया। पहले प्रति सप्ताह पेआऊट देना शुरू किया। फिर माह में दो बार उसके बाद माह में एक बार और ऐसा करते-करते 6-7 माह बाद अपनी कंपनी का सॉफ्टवेयर हैक होने का बहाना कर वेबसाइट का डोमेन नाम बदल लिया। प्लान चेंज कर 20 माह में दोगुना देने का नया प्लान लॉन्च कर दिया। लोगों को विश्वास में लेने के लिए कई सेमिनार करवाए। लोगों को 200 दिनों में उनकी रकम दोगुना करने का झांसा देकर करोड़ों रुपए ऐंठ लिए। परिवादी देवकरण के अनुसार उसने भी कंपनी के खातों व उनकी दुकान पर नकदी के रूप में अपने व अपने साथियों से उधार व ब्याज पर पैसे लेकर 13 लाख रुपए निवेश कर दिए। उसके तीन दोस्तों सुभाषचन्द्र यादव, जितेन्द्रसिंह मान व भूपेन्द्रसिंह ढिल्लों ने भी करीब 20 लाख रुपए का निवेश कर दिया। आरोपियों ने अलग-अलग पैकेज की विभिन्न आईडी लगाकर रुपए वापस देने का वादा किया था। शुरू में कई दिनों तक कुछ हजार रुपए वापस करते रहे। लेकिन कुछ समय बाद रुपए वापस देना बंद कर दिया। अब इन्होंने रुपए लौटाने से इनकार करते हुए कहा कि लोगों के निवेश किए पैसे में से ही कुछ रकम वापस कर ठगी मारते हैं। उनके निवेश किए 33 लाख रुपए में से ही कुछ हजार वापस किए हैं। इन्हीं पैसों से उन्होंने दीपक उर्फ गुड्डू की शादी की है। लाखों रुपए अपनी शान-शौकत में खर्च कर दिए। पुलिस ने रिपोर्ट के आधार पर बृजलाल, उसके भाई तुलसीदास, दीपक उर्फ गुड्डू व उधबदास उर्फ उदय सिंधी के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 406 के तहत मामला दर्ज किया है। जांच एएसआई जसकरण सिंह को सौंपी गई है।