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कैसे हो फसल कटाई प्रयोग, करने वालों के हाथ खड़े

https://www.patrika.com/hanumangarh-news/ हनुमानगढ़. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना करवाने वाले किसानों पर एक बार फिर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। इसका बड़ा कारण यह है कि फसल कटाई प्रयोग के लक्ष्य आवंटित कर दिए गए हैं। लेकिन उक्त कार्य को करने वाले कार्मिकों ने हाथ खड़े कर दिए हैं। हनुमानगढ़ जिले की स्थिति यह है कि अबकी बार खरीफ सीजन में 5590 जगह फसल कटाई प्रयोग करने के लक्ष्य आवंटित किए गए हैं।  

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कैसे हो फसल कटाई प्रयोग, करने वालों के हाथ खड़े
-प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना करवाने वाले किसानों को अबकी बार हो सकता है नुकसान
-पूर्व के कुछ बरसों में यही बने हालत तो क्लेम सेटलमेंट में आई बड़ी दिक्कतें

हनुमानगढ़. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना करवाने वाले किसानों पर एक बार फिर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। इसका बड़ा कारण यह है कि फसल कटाई प्रयोग के लक्ष्य आवंटित कर दिए गए हैं। लेकिन उक्त कार्य को करने वाले कार्मिकों ने हाथ खड़े कर दिए हैं। हनुमानगढ़ जिले की स्थिति यह है कि अबकी बार खरीफ सीजन में 5590 जगह फसल कटाई प्रयोग करने के लक्ष्य आवंटित किए गए हैं। इसमें आधे प्रयोग कृषि विभाग तथा आधे प्रयोग राजस्व विभाग को करने हैं। परंतु जिले की स्थिति यह है कि राजस्थान राजस्व सेवा परिषद के बैनर तले पटवारी, गिरदावर तथा तहसीलदार अपनी मांगों को लेकर पेनडाउन हड़ताल पर चले गए हैं। इस वजह से राजस्व विभाग को आवंटित फसल कटाई प्रयोग का कार्य प्रभावित हो रहा है। फसल बीमा योजना के नियमों में फसल कटाई प्रयोग को बड़ा महत्व दिया गया है। इसके बिना बीमा क्लेम का सेटलमेंट करने में बहुत दिक्कतें आती है। पूर्व के बरसों की तरफ देखेंगे तो पहले भी कार्य बहिष्कार होने की वजह से सेटलमेंट में अनावश्यक देरी सहित अन्य बांधाएं आती रही है। इस वजह से किसानों का क्लेम निर्धारण भी सही तरीके से नहीं हो पाता। फसल कटाई प्रयोग जिले में गिरदावरी आधारित होने की वजह से इस तरह की दिक्कतें आती है। बिना गिरदावरी के कृषि विभाग को आवंटित लक्ष्य के अनुरूप भी सुचारू रूप से काम नहीं हो पा रहे हैं।

मध्यस्थता से निपटा मामला
खरीफ 2021 में ऑनलाइन कार्य का बहिष्कार करने के बाद फसल बीमा क्लेम का निर्धारण करने में काफी परेशानी आई थी। बीमा कंपनी ने क्लेम पर आपत्ति लगा दी। राज्य सरकार की मध्यस्थता के बाद इसमें हालांकि बाद में सब ठीक हो गया था। ऑफलाइन कार्य को स्वीकृति मिलने पर अपेक्षित क्लेम भी मिल गया था। अब फिर से फील्ड स्टॉफ के कार्य बहिष्कार करने की वजह से दिक्कतें आ रही है। जिले में अबकी बार पीएम फसल बीमा योजना में मूंग, मोठ, मूंगफली, तिल, कपास, बाजरा, ग्वार, धान व गन्ने की फसल शामिल की गई है।

खेत खाली तो कैसे होंगे प्रयोग
जिला प्रशासन के अधिकारियों के अनुसार बारानी क्षेत्र में कुछ फसलों की कटाई शुरू हो गई है। कुछ की जल्द शुरू होने वाली है। खेत से फसलें कट जाएगी तो गिरदावरी कार्य कैसे होगा। इस वजह से फसल कटाई प्रयोग का कार्य कैसे पूर्ण होगा, इस पर संशय है। यदि समय पर कार्य पूर्ण नहीं हुए तो इसका नुकसान भी किसानों को झेलना पड़ सकता है। पहले ही नहरों में पूरा पानी नहीं चलने की वजह से फसलें प्रभावित हो चुकी है। अब यदि फसल कटाई प्रयोग समय पर नहीं हुए तो क्लेम निर्धारण में पेच फंसेगा।

सरकार से नाराजगी, इसलिए कर रहे आंदोलन
हनुमानगढ़. राजस्थान राजस्व सेवा परिषद ने मांग पत्र पर हुई सहमति की क्रियान्वित नहीं होने की वजह से करीब दस दिनों से कार्मिक आंदोलन कर रहे हैं। पैन डाउन हड़ताल कर जिला कलक्ट्रेट के समक्ष धरना लगाकर विरोध दर्ज करवा रहे हैं। राजस्व विभाग के कार्मिकों का कहना है कि राजस्थान राजस्व सेवा परिषद के चार अक्टूबर 2021 के लिखित समझौते पर क्रियान्वित नहीं होने तथा समय समय पर दिए गए ज्ञापन एवं 17 अप्रैल 2023 को नए सिरे प्रस्तुत मांग पत्र पर मुख्यमंत्री आवास पर वर्ष 2021 के समझौते एवं नवीन मांग पत्र पर सहमति बनी थी। परंतु अभी तक कोई क्रियान्वयन नहीं किया गया है। इससे अब कार्य का बहिष्कार किया गया है। ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया कि सीधी भर्ती के आरटीएस को सीधे तहसीलदार पद पर संस्थित करने तथा मंत्रालयिक कर्मचारी का पदोन्नति कोटा समाप्त करना, वरिष्ठ पटवारी पद का विलोपन करना, पटवारी, भूअभिलेख निरीक्षक, नायब तहसीलदार व तहसीलदार का कैडर का पुर्नगठन कर नवीन पद सृजित करने समेत अन्य मांग को पूरा करने की मांग की है।

……..फैक्ट फाइल…..
-खरीफ 2019 में हनुमानगढ़ जिले में कुल 671.83 करोड़ का बीमा क्लेम जारी किया गया।
-खरीफ 2020 में जिले में 402.44 करोड़ का क्लेम किसानों को मिला।
-खरीफ 2021 में 342.03 करोड़ का क्लेम जिले के किसानों की जेब में आया।
-खरीफ 2022 में जिले में 85.09 करोड़ का क्लेम जारी किया गया।

……वर्जन….
प्रशिक्षण लेकर हैं तत्पर
कृषि विभाग को फसल कटाई प्रयोग करने को लेकर जो लक्ष्य आवंटित किए गए हैं, उसे पूरा करने को लेकर टीम को निर्देशित कर दिया गया है। कृषि विभाग के स्टॉफ को इस संदर्भ में प्रशिक्षण भी दे दिया गया है। नियमानुसार कार्य करने को लेकर प्राथमिक सदस्यों व कृषि पर्यवेक्षकों को निर्देशित किया गया है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में फसल कटाई प्रयोग का बड़ा महत्व है।
-सुभाष डूडी, उप निदेशक, कृषि विभाग हनुमानगढ़