scriptहनुमानगढ़ में मेडिकल कॉलेज शुरू होने में एक माह शेष | One month left to start Medical College in Hanumangarh | Patrika News

हनुमानगढ़ में मेडिकल कॉलेज शुरू होने में एक माह शेष

locationहनुमानगढ़Published: May 31, 2023 09:21:24 pm

Submitted by:

Anurag thareja

हनुमानगढ़ में मेडिकल कॉलेज शुरू होने में एक माह शेष- चूरू मेडिकल कॉलेज से आएगा लाइब्रेरी का सामानहनुमानगढ़. हनुमानगढ़ में मेडिकल कॉलेज जुलाई में शुरू होने वाला है। इस मेडिकल कॉलेज में जिला अस्पताल के करीब ४० चिकित्सक लेक्चर देंगे।

हनुमानगढ़ में मेडिकल कॉलेज शुरू होने में एक माह शेष

हनुमानगढ़ में मेडिकल कॉलेज शुरू होने में एक माह शेष

हनुमानगढ़ में मेडिकल कॉलेज शुरू होने में एक माह शेष
– चूरू मेडिकल कॉलेज से आएगा लाइब्रेरी का सामान
हनुमानगढ़. हनुमानगढ़ में मेडिकल कॉलेज जुलाई में शुरू होने वाला है। इस मेडिकल कॉलेज में जिला अस्पताल के करीब ४० चिकित्सक लेक्चर देंगे। इसके अलावा राज्य सरकार अपने स्तर पर भर्ती करेगी। वहीं लाइब्रेरी के लिए किताबें व फर्नीचन चूरू मेडिकल कॉलेज खरीद करके देगा। गत २४ मई को चूरू मेडिकल कॉलेज की टीम ने निर्माणाधीन कॉलेज का निरीक्षण किया था। हालांकि मेडिकल कॉलेज के भवन के लिए विद्युत व पानी सप्लाई को लेकर कार्यवाही नहीं हुई और निर्माण एजेंसियों ने भुगतान में देरी होने के कारण श्रमिकों की संख्या पहले से काफी कम कर दी है। उल्लेखनीय है कि प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा शिक्षा टी रविकांत ने मेडिकल कॉलेज के निरीक्षण के दौरान विद्युत सप्लाई के लिए जीएसएस व पेयजल सप्लाई को लेकर प्रोजेक्ट शुरू करने के निर्देश दिए थे। इसके अलावा मेडिकल कॉलेज परिसर में पुलिस चौकी, धर्मशाला व रोगियों के लिए कैंटीन का निर्माण करने की भी हिदायत दी। मेडिकल कॉलेज के निर्माण पर कुल ३२५ करोड़ खर्च होंगे। केन्द्र तथा राज्य सरकार के बीच 60/40 के अनुपात में लागत वहन की जाएगी। इसमें केन्द्रीयांश 195 करोड़ रुपए एवं राज्यांश 130 करोड़ रुपए है। चिकित्सा महाविद्यालय की क्षमता 100 एमबीबीएस सीट निधार्रित की गई है।
यह होगा लाभ
बाइपास वाले भवन में शैक्षणिक, रेजीडेंट, नर्सेज व इंटर्न छात्रावास, प्राचार्य निवास, शिक्षक आवास तथा खेलकूद का ग्राउंड होगा। इसके अलावा ऑपरेशन थिएटर की संख्या में भी इजाफा होगा। मेडिकल कॉलेज खुलने से शहर के नागरिकों को रोजगार मिलेगा। इसके साथ ही बेहतर इलाज के लिए बड़े शहरों के अस्पतालों में नहीं जाना पड़ेगा। इससे धन व समय दोनों की बचत होगी। मेडिकल कॉलेज से हनुमानगढ़ को कई रोगों के विशेषज्ञ चिकित्सक भी मिलेंगे। वर्तमान में न्यूरो सर्जन नहीं होने के कारण दुर्घटना के जख्मी को बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में रैफर किया जाता है। मेडिकल कॉलेज खुलने से इस तरह के रैफर केसों में काफी हद तक कमी आएगी। इसके अलावा हार्ट, ईएनटी, न्यूरो, ग्रेस्ट्रोलोजिस्ट इत्यादि चिकित्सकों की सेवाएं मिल सकेंगी। मेडिकल कॉलेज में एकेडमिक ब्लॉक की बिल्डिंग जी+3 है। जिसमें शैक्षणिक ब्लॉक ग्राउंड फ्लोर रूफ स्लैब का काम पूरा हो चुका है। इस भवन में सिविल का कार्य १०० प्रतिशत हो चुका है। इस ब्लॉक में 5 लिफ्ट होंगी। बॉयज-इंटन्र्स हॉस्टल में 225 बॉयज की क्षमता के इस हॉस्टल की बिल्डिंग जी+7 होगी। 5415 स्कवेयर मीटर में ग्राउंड कवरेज 1040 और फ्लोर हाइट 3.3 मीटर होगी। यहां पर 2 लिफ्ट लगाई जाएंगी। इसमें थर्ड फ्लोर तक रूफ लेवल कंपलीट हो चुका है।
इस तरह होगा गल्र्स होस्टल
गल्र्स हॉस्टल में २२५ जनों की रहने की व्यवस्था होगी। इसकी बिल्डिंग जी+7 बनेगी और एरिया 5415 स्कवेयर मीटर होगा। ग्राउंड कवरेज 1040 और फ्लोर हाइट 3.3 मीटर होगी। यहां पर 2 लिफ्ट लगाई जाएंगीं। इसी बिल्डिंग में 6 और 7वें फ्लोर पर इंटन्र्स गल्र्स हॉस्टल 38 की क्षमता का होगा जिसमें एरिया 1450 स्कवेयर मीटर और फ्लोर की हाइट 3.3 मीटर होगी। इसमें आरसीसी स्लैब सैकंड फ्लोर एवं फस्र्ट फ्लोर पर लेवल कंपलीट, ब्रिक वर्क सैकंड फ्लोर एवं फस्र्ट फ्लोर पर फर्श का काम चल रहा है। वहीं प्रिंसिपल रेजिडेंस, टीचिंग स्टाफ क्वार्टर- प्रिंसिपल आवास जी+1 होगा जिसका एरिया 370 स्कवेयर मीटर होगा जबकि ग्राउंड कवरेज 2250 और फ्लोर हाइट 3.3 मीटर होगी। इसमें ग्राउंड फ्लोर का काम हो चुका है। टीचिंग स्टाफ क्वार्टर 20 होंगे। बिल्डिंग जी+5 होगी और इसका एरिया 4000+800 स्कवेयर मीटर होगा। नॉन टीचिंग स्टाफ के लिए 18 व चतुर्थ श्रेणी कर्मियों के 4 क्वार्टर होंगे।
३०० बेड के अस्पताल का निर्माण जारी
मेडिकल कॉलेज से संबंधित ३०० बेड के अस्पताल का निर्माण जारी है। इस अस्पताल के निर्माण पर १०७.०९ करोड़ रुपए खर्च होंगे। अस्पताल में आउटडोर, इंडोर व सीटी स्कैन कक्ष, एमआरआई व जांच लैब की सुविधा इसी इमारत में होगी। जानकारी के अनुसार अस्पताल के प्रत्येक फ्लोर में छह हजार स्केयर मीटर में निर्माण होगा। पांच मजिला इमारत का कुल एरिया तीस हजार स्केयर मीटर होगा। ग्राउंड फ्लोर पर रजिस्ट्रशन काउंटर, दवा वितरण केंद्र, तीस बेड का एमरजेंसी, रोडियोलोजी विभाग होगा। इस विभाग में सीटी स्कैन, एमआरआई, सोनोग्राफी की सुविधा होगी। इसके अलावा ओपीडी की भी सुविधा रहेगी। पांच मंजिला अस्पताल में रोगियों को लेजाने के लिए एलीवेटर व रैंप की सुविधा होगी। इसी तरह फस्र्ट फ्लोर में सैंट्रल लैब, प्रशासनिक ब्लॉक, फीजियोथैरेपी विभाग व सभी विभागों की ओपीडी भी होगी। दूसरी मंजिल पर ६ ओटी होगी, इसके अलावा १५ बेड का आईसीयू व सर्जरी वार्ड होगा। तीसरे व चौथी मंजिल में सभी विभागों की आईपीडी की सुविधा होगी।
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