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सरकारी से अधिक प्राइवेट खरीद,हनुमानगढ़ मंडी में कपास खरीद के हालात

locationहनुमानगढ़Published: Sep 29, 2020 07:55:21 am

Submitted by:

Purushottam Jha

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हनुमानगढ़. क्षेत्र की मंडियों में कपास खरीद की बात करें तो सरकारी से अधिक प्राइवेट खरीद हो रही है। गत वर्ष हनुमानगढ़ मंडी में कपास की सरकारी खरीद नौ लाख ५४ हजार क्विंटल हुई।
 

सरकारी से अधिक प्राइवेट खरीद,हनुमानगढ़ मंडी में कपास खरीद के हालात

सरकारी से अधिक प्राइवेट खरीद,हनुमानगढ़ मंडी में कपास खरीद के हालात

सरकारी से अधिक प्राइवेट खरीद,हनुमानगढ़ मंडी में कपास खरीद के हालात
हनुमानगढ़. क्षेत्र की मंडियों में कपास खरीद की बात करें तो सरकारी से अधिक प्राइवेट खरीद हो रही है। गत वर्ष हनुमानगढ़ मंडी में कपास की सरकारी खरीद नौ लाख ५४ हजार क्विंटल हुई। जबकि प्राइवेट खरीद २७ लाख क्विंटल से अधिक हुई। जाहिर है सरकारी तंत्र की नाकामियों के कारण क्षेत्र के किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ भी मंडियों में नहीं मिल पा रहा है।
हालांकि इस बार समय पर कपास की सरकारी खरीद शुरू करवाने को लेकर जिला प्रशासन व मंडी प्रशासन स्तर पर सभी तैयारियों को अंतिम रूप देने का काम प्रगति पर है। इसके तहत खरीद की तैयारियों की समीक्षा करने को लेकर जिला स्तरीय अधिकारियों की समन्वय बैठक तीस सितम्बर को होने जा रही है। इस बार हनुमानगढ़ मंडी में कपास के भाव दूसरी मंडियों की तुलना में कुछ ज्यादा रहेंगे। क्योंकि हनुमानगढ़ के आसपास अच्छी क्वालिटी के कपास की पैदावार हुई है।
इसकी वजह से हनुमानगढ़ जंक्शन व टाउन मंडी में आकर कपास बेचने पर किसानों को ५७२५ रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से भुगतान किया जाएगा। वहीं जिले की अन्य मंडियों में इस बार कपास के भाव ५६६५ रुपए प्रति क्ंिवटल रहेंगे। इस तरह यदि किसान अन्य मंडियों की तुलना में हनुमानगढ़ जंक्शन व टाउन मंडी में यदि कपास बेचने आते हैं तो उन्हें प्रति ट्रॉली २५०० रुपए तक का फायदा होगा। कपास की सरकारी खरीद को लेकर सीसीआई ने जंक्शन में पांच व टाउन में बारह जिनिंग फैक्ट्रियों से अनुबंध किया है। मंडी समिति हनुमानगढ़ के सचिव सीएल वर्मा ने बताया कि चालू वर्ष में कपास की सरकारी खरीद समय पर शुरू करवाने को लेकर हम मंडी समिति स्तर पर सभी तरह की तैयारी पूरी करने में लगे हुए हैं। सीसीआई अधिकारियों से लगातार समन्वय करके समय पर खरीद शुरू करवाने का प्रयास है।
इन केंद्रों पर होगी खरीद
प्रदेश में कपास की सरकारी खरीद को लेकर चालू वर्ष में ३७ केंद्र बनाए गए है। इस बार अलवर, अनूपगढ़, बढ़ोदामेव, भादरा, विजयनगर, बिलाड़ा, डीग, गजसिंहपुर, गंगापुर, घड़साना, गोलूवाला, हनुमानगढ़ जंक्शन व टाउन, जैतसर, कामां, कपासन, केकड़ी, केसरीसिंहपुर खैरथल, खाजूवाला, लूणकरणसर, नोहर, नोखा, पदमपुर, फलौदी, पीलीबंगा, रायसिंहनगर, रावतसर, रावला, रिडमलसर, सादुलशहर, संगरिया, शाहपुरा, श्रीगंगानगर (अनाज), श्रीविजयनगर, सूरजगढ़, सूरतगढ़, श्रीकरणपुर आदि मंडियों में कपास की सरकारी खरीद की जाएगी।
जानिए समर्थन मूल्य
कृषि विपणन खंड हनुमानगढ़ कार्यालय के अधीन मंडियों में एक अक्टूबर २०१९ से मई २०२० तक कुल ९५४९१८ क्विंटल कपास की सरकारी खरीद हुई। इसमें सरकारी भाव ५४०५ रुपए प्रति क्विंटल रहे। जबकि प्राइवेट भाव ५०५१ रुपए प्रति क्विंटल रहे। हनुमानगढ़ मंडी के लिए गत वर्ष न्यूनतम समर्थन मूल्य ५४५० रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया था। जबकि इस वर्ष इसमें करीब २५० रुपए की बढ़ोतरी की गई है। इस तरह इस बार कपास का समर्थन मूल्य ५७२५ रुपए प्रति क्विंटल रहने के आसार हैं। वर्ष २०२०-२१ में जिले में केंद्रीय कपास निगम लिमिटेड की ओर से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कपास की खरीद की जाएगी। इसके तहत मंडियों में खरीद अधिकारियों की नियुक्ति कर दी गई है।
क्षेत्र की मंडियों में कपास की आवक पर नजर
मंडी आवक
गोलूवाला १५३३३४
हनुमानगढ़ २३७३९३
पीलीबंगा १४०१३९
रावतसर ७८३३४
संगरिया १६६८९३
सादुलशहर १०७९९६
सूरतगढ़ ७०८२९
(नोट: एक अप्रेल २०२० से १५ मई २०२० तक मंडियों में कपास की हुई आवक को क्विंटल में समझें।)
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