गत वर्ष यानी वर्ष २०१९ में बांधों में पौने सोलह लाख क्यूसेक डेज पानी की आवक हुई थी। लेकिन अबकी बार अभी तक ग्यारह लाख क्यूसेक डेज पानी की आवक हुई है। इस स्थिति में वर्तमान रेग्यूलेशन को आगे यथावत रखना आसान नहीं होगा। इसलिए विभागीय अधिकारी २६ सितम्बर के बाद इंदिरागांधी नहर को तीन में एक समूह में चलाने का प्रस्ताव तैयार करने की बात कह रहे हैं। वर्तमान में इंदिरागांधी नहर को चार में दो समूह में चलाया जा रहा है।
भाखड़ा बांध का जल स्तर १८ सितम्बर २०२० को १६६०.८१ फीट था। जबकि पौंग बांध का जल स्तर १३७५.२७ फीट। इस बार बांधों की बात करें तो गत वर्ष की तुलना में यह ३० से ३५ फीट तक खाली हैं। इसके कारण जल संकट की स्थिति बन रही है। हालांकि मावठ अच्छा रहने पर किसानों को राहत भी मिल सकती है। लेकिन विभागीय अधिकारी वर्तमान उपलब्ध पानी के आधार पर ही पूरे रबी सीजन का रेग्यूलेशन निर्धारित करने की बात कह रहे हैं। क्योंकि प्रकृति की गारंटी कोई नहीं ले सकता।
-भाखड़ा बांध की भराव क्षमता १६८० फीट।
-पौंग बांध की भराव क्षमता १३९० फीट।
-इस बार बांधों में करीब ०५ लाख क्यूसेक कम पानी की हुई आवक।
-२६ सितम्बर के बाद इंदिरागांधी नहर का रेग्यूलेशन निर्धारित करने को लेकर २२ को होगी जल परामर्शदात्री समिति की बैठक।