समारोह में डॉ. एसएस रॉय ने कहा कि जीवन में खेलों का बहुत महत्व है और वर्तमान समय में खेल मात्र नाम कमाने अथवा पैसा कमाने का जरिया नहीं है, अपितू यह जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुके हैं। उन्होंने कहा कि फिट रहने के लिए खेलों से जुडऩा बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने फिट इंडिया का नारा दिया है, हर व्यक्ति जब फिटनेस पर ध्यान देगा तभी तो वह खेलों से जुड़ेगा। उन्होंने खेलों को लेकर अपने अनुभव खेल शिक्षकों और खेलों संघों के कोच से सांझा किए। उन्होंने खेल शिक्षकों से कहा कि खेलों से सिर्फ बच्चों को ही नहीं जोड़ें बल्कि अपने आसपास के लोगों को भी जोड़ें ताकि वह फिटनेस को लेकर जागरूक हो सकें। उन्होंने कहा कि शुगर, हार्ट जैसी बीमारियां क्यों हो रही हैं, इसका चिंतन करना होगा। उन्होंने एसकेडी यूनिवर्सिटी के खेलों को लेकर किए जा रहे प्रयासों को सराहनीय बताया। उन्होंने कहा कि खेलों के क्षेत्र में भारत के ग्रामीण क्षेत्र का महत्वपूर्ण योगदान है।
एसकेडी यूनिवर्सिटी के निदेशक बाबूलाल जुनेजा ने कहा कि श्री खुशालदास खेल अकादमी खिलाडिय़ों को विश्व स्तर का प्रशिक्षण देने के लिए कार्य कर रही है, उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ खेल जरूरी है, इसी ध्येय को ध्यान में रख कर एसकेडी खेल अकादमी कार्य कर रही है। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एस.के. दास ने बताया कि वर्तमान समय में जब कोरोना जैसी गम्भीर बीमारी का प्रकोप चल रहा है। इसमें भी खेल शरीर को मजबूत बनाते हैं तथा विभिन्न रोगों से लडऩे की रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करते हैं।