जिले में अक्टूबर के पहले पखवाड़े में कपास की सरकारी खरीद शुरू होने के आसार हैं। इसे लेकर एक अक्टूबर से टोकन भी जारी किए जाएंगे। आठ से बारह प्रतिशत नमी रहने पर सीसीआई कपास की खरीद करेगी। गत वर्ष हनुमानगढ़ मंडी में कपास की सरकारी खरीद नौ लाख ५४ हजार क्विंटल हुई। जबकि प्राइवेट खरीद २७ लाख क्विंटल से अधिक हुई थी।
भादरा १६१.४५
गोलूवाला ३५३.८८
हनुमानगढ़ ११२९.०१
नोहर २.२३
पीलीबंगा ३८६.८०
रावतसर ४५३.०५
संगरिया ३७३.८९
(हनुमानगढ़ जिले की उक्त मंडियों में एक अप्रेल २०१९ से ३१ मार्च २०२० तक नरमा विक्रय पर वसूले गए मंडी शुल्क की राशि को लाखों में समझें।)
मंडी परिसर में कपास की खरीद करने पर क्रेता को मंडी शुल्क और किसान कल्याण शुल्क देना ही पड़ेगा। मंडी समिति नियमों के तहत खरीद नहीं करने पर संबंधित लाइसेंसी व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई भी होगी। इस संबंध में व्यापारिक संस्थाओं को अवगत करवा दिया गया है।
-सीएल वर्मा, सचिव, मंडी समिति हनुमानगढ़