कलक्टर-एसपी पहुंचे तो 29 घंटे से जारी पड़ाव 29 मिनट की वार्ता में स्थगित
– बीमा क्लेम को लेकर होगी उच्च स्तरीय बैठक, पाले से खराब फसलों की होगी विशेष गिरदावरी
– पड़ाव समाप्त कर घर लौटे किसान, किसान सभा का धरना रहेगा जारी
नोहर. क्रॉप कटिंग के आधार पर किसानों को पूरा बीमा क्लेम देकर आंकड़े सार्वजनिक करने सहित दस सूत्री मांगों को लेकर किसानों का यहां उपखंड कार्यालय के समक्ष 29 घंटे से रात-दिन जारी पड़ाव कलक्टर व एसपी के पहुंचने पर मात्र 29 मिनट की सौहार्दपूर्ण वार्ता से समाप्त हो गया। बकाया बीमा क्लेम, पाले से खराब फसलों की गिरदावरी, कृषि बिजली सहित अनेक मांगों पर सहमति बनने के बाद किसान मंगलवार शाम छह बजे पड़ाव समाप्त कर घरों को लौट गए। इससे पहले सोमवार रात किसानों ने कड़ाके की ठंड में टैंट में रात बिताई। किसानों ने पड़ाव स्थल उपखंड कार्यालय के सामने खाना पकाया।
मंगलवार सुबह एडीएम व उपखंड कार्यालय के दफ्तर खुलने के साथ ही अखिल भारतीय किसान सभा के पदाधिकारियों ने आंदोलन तेज कर आर-पार के संघर्ष की चेतावनी देते हुए बीमा क्लेम मिलने तक आंदोलन जारी रखने की घोषणा की। पड़ाव स्थल पर आयोजित सभा में किसान सभा के जिला महासचिव मंगेज चौधरी ने कहा कि किसानों का करीब 700 करोड़ के बीमा क्लेम पर बीमा कंपनी कुंडली मारे बैठी है। किसान जागरुकता के अभाव में बीमा कंपनी किसानों का शोषण कर फसल खराबा डकार जाती है। इसी का परिणाम है कि हर बार किसानों को बीमा क्लेम के लिए सडक़ पर उतरना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि बीमा क्लेम वितरण के आंकड़ों को छुपाना अपने आप में चोरी को साबित करता है। चौधरी ने कहा कि वर्तमान में खेती किसानी को घाटे का सौदा बनाने में राज्य व केंद्र सरकार की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता। डीएपी व यूरिया संकट से लेकर बीमा क्लेम तक अन्नदाता को सडक़ों पर धक्के खाने को मजबूर किया जा रहा है। ऐसे में किसानों को भी एकजुटता के साथ संघर्ष करना होगा। सभा को लोकराज संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हनुमानप्रसाद शर्मा, माकपा सचिव सुरेश स्वामी, साहित्यकार विनोद स्वामी, ब्लॉक डायरेक्टर राजेश डूडी, सरजीत बेनीवाल, रामेश्वर खिचड़, जीतराम बालिया, प्रताप सिंवर, भालाराम स्वामी, राकेश नेहरा, बालचंद शीला, मनीराम नेहरा, हेमराज कडवासरा, गणपतराम सहारण, दीलीप सहारण, अनिल श्योराण, प्रताप गोस्वामी, नरेख खाती आदि ने संबोधित किया।
कृषि आयुक्त से होगी बैठक
स्थानीय प्रशासन के साथ आंदोलनकारी किसानों की दो बार की वार्ता विफल होने के बाद मंगलवार को जिला कलक्टर रूक्मणी रियार व पुलिस अधीक्षक अजयसिंह राठौड़ शाम करीब पांच बजे यहां पहुंचे। जिला कलक्टर ने क्रॉप कटिंग के आधार पर बीमा क्लेम देकर आंकड़े सार्वजनिक करने सहित दस सूत्री मांगों को लेकर मंगेज चौधरी के नेतृत्व में पहुंचे किसानों के प्रतिनिधिमंडल से उपखंड कार्यालय में वार्ता शुरू की। जिला कलक्टर ने मांगों पर चर्चा कर जिला स्तरीय अधिकारियों की उपस्थिति में किसान प्रतिनिधियों को संतुष्ट किया। वार्ता में खरीफ 2021 का संपूर्ण क्ेलम क्रॉप कटिंग के आधार पर जारी करने की मांग पर जिला कलक्टर की ओर से आयुक्त कृषि को अद्र्धशासकीय पत्र लिखकर किसान प्रतिनिधियों के साथ जयपुर आयुक्तालय में बैठक आयोजित करवाने, रबी 2021-22 का शीघ्र बीमा क्लेम जारी करवाने के लिए प्रयास करने, क्रॉप कटिंग खरीफ 2021 के डाटा दस दिनों में नियमानुसार उपलब्ध करवाने का आश्वासन देते हुए बीमा कंपनी प्रतिनिधि को कार्यालय समय में उपलब्ध रहने के लिए पाबंद किया। सीएससी की रिजेक्ट पॉलिसी, बंद केसीसी खाते मृतक किसानों के आश्रितों के क्लेम के संबंध में नोहर पंचायत समिति में 24 जनवरी से दो दिवसीय शिविर आयोजित कर प्रकरणों का निस्तारण करने, पाले के कारण खराब हुई फसलों की विशेष गिरदावरी करने, बिजली सुचारू करने, कृषि कुओं को दिन में बिजली देने, साहवा लिफ्ट के किसानों की असिंचित भूमि को सिंचित दर्ज किए जाने के लिए राज्य सरकार को लिखने, नहरों में पूरा सिंचाई पानी देने, जल जीवन मिशन योजना में सुधार व दुर्जाना सहित अन्य गांवों में पेयजल व्यवस्था सुचारू करने के लिखित आश्वासन पर सहमति बन गई। वार्ता के बाद किसान सभा महासचिव मंगेज चौधरी ने महापड़ाव समाप्त कर बीमा क्लेम मिलने तक उपखंड कार्यालय के समक्ष धरना जारी रखने की घोषणा की। वार्ता में एडीएम चंचल वर्मा, एएसपी सुरेशचंद्र जांगिड़, एसडीएम सत्यनारायण सुथार, तहसीलदार संजय बिंदल, जिला कृषि अधिकारी दानाराम गोदारा, जिला सांख्यिकी अधिकारी, बीमा कंपनी प्रतिनिधि राजेश कुमार, डीएसपी रघुवीरसिंह भाटी आदि शामिल रहे। [नसं.]