
हापुड़। सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी और हापुड़ की डीएम अदिति सिंह के पिता डीपी सिंह (74) का रविवार की सुबह दिल्ली के एक अस्पताल में निधन हो गया। जिसके बाद सोमवार को हापुड़ डीएम अदिति सिंह ने ब्रजघाट गंगा तट पर नम आंखों से अपने पिता का अंतिम संस्कार कर मुखाग्नि दी और बेटे का भी फर्ज निभाया। इस दौरान उन्होंने परंपराओं को दरकिनार करते हुए वैदिक रीति रिवाज से अपने पिता के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी और पिंडदान भी किया।
दरअसल, कई दिनों से बीमारी के चलते दिल्ली के एक प्राइवेट अस्पताल में सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी डीपी सिंह भर्ती थे। रविवार को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। उनकी इकलौती पुत्री अदिति सिंह भी आईएएस अधिकारी हैं और वर्तमान में वह बतौर जिलाधिकारी हापुड़़ में तैनात हैं। पिता के निधन बाद पार्थिव शरीर को हापुड़ स्थित जिलाधिकारी आवास लाया गया। जहां जनपद के राजनीतिक और प्रशासनिक लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
इसके बाद डीएम अदिति सिंह ने ब्रजघाट गंगा तट पर नम आंखों से अपने पिता को मुखाग्नि दी। इस दौरान हापुड़ विधायक विजयपाल आढ़ती, एडीएम जयनाथ यादव, सीडीओ उदय कुमार, एएसपी सर्वेश मिश्रा, नगर पालिका हापुड़ के अध्यक्ष प्रफुल्ल सारस्वत, भाजपा के जिलाध्यक्ष उमेश राणा, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष विकास अग्रवाल,पालिका चेयरमैन गढ़मुक्तेश्वर सोना सिंह, गंगा सेवा समिति अध्यक्ष विनय मिश्रा, छोटे खां, समाजसेवी डॉ.लताफत हुसैन, गौरव मिश्रा, तीर्थ पुरोहित संघ अध्यक्ष राजकुमार लालू, कपिल नागर, हिमांशु प्रताप, भाजपा नगराध्यक्ष अंकुर त्यागी, मूलचंद सिंघल, आचार्य विनीत पंडित, सिद्धार्थ भारद्वाज समेत अनेक लोग मौजूद थे।
केंद्र सरकार में भी कई पदों पर रहे थे तैनात
बता दें कि अदिति सिंह के पिता पूर्व आईएएस धनन्जय प्रताप सिंह उत्तर प्रदेश में मंडलायुक्त के अलावा केंद्र सरकार में भी कई पदों पर रहे थे। वह भारत सरकार में सचिव के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। केंद्रीय राज्यमंत्री व सांसद जनरल डॉ. वीके सिंह सोमवार को जिलाधिकारी अदिति सिंह के गढ़ रोड स्थित आवास पर पहुंचे, जहां उन्होंने जिलाधिकारी के पिता सेवानिवृत्त आइएएस डीपी सिंह के निधन पर शोक संवेदना प्रकट की। इस दौरान उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
अदिति सिंह के माता पिता दोनो ही रिटायर्ड आईएएस
मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बस्ती की रहने वाली अदिति सिंह के माता-पिता दोनों ही यूपी कैडर के रिटायर्ड आईएएस ऑफिसर्स हैं और वे उन्हें अपना रोल मॉडल मानती हैं। बचपन की पढ़ाई कई जिलों में हुई। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से राजनीति शास्त्र में ग्रैजुएशन और एमए करने के बाद एम फिल भी किया। अपने माँ पापा से प्रेरणा पा कर आईएएस बनाने का निर्णय किया। 2009 में सिविल सर्विसेज में कामयाबी हासिल की और अच्छी रैंकिंग की वजह से होम स्टेट यानी यूपी कैडर मिला।
Updated on:
11 Aug 2020 01:47 pm
Published on:
11 Aug 2020 01:38 pm
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