हरदा

निर्दयी मां न जाने किस मजबूरी में ठंड में 15 दिन के बच्चे को लावारिस छोड़ गई

हरदा। जिले की छीपाबड़ थाना क्षेत्र में साल के पहले ही दिन एक अज्ञात मां अपने 15 दिन के नवजात को मोरगढ़ी गांव भवरदी रैय्यत के बीच करीब पुलिया के पास सुनसान रास्ते पर छोड़ गई। चरवाहे ने उसके रोने की आवाज सुनी। इसके बाद सरपंच को सूचना दी। पुलिस को सूचना मिलने के बाद आशा कार्यकर्ता के साथ नवजात को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। अब पुलिस नवजात की मां को खोज रही है।

2 min read
Jan 01, 2023
पत्रिका लोगो


निर्दयी मां न जाने किस मजबूरी में ठंड में 15 दिन के बच्चे को लावारिस छोड़ गई
बालक स्वस्थ्य,सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कराया भर्ती,पुलिस खोज रही मां को
-चरवाहे ने सबसे पहले सुनी आवाज,लोगों को बताया,लोगों का लगा जमघट


हरदा। जिले की छीपाबड़ थाना क्षेत्र में साल के पहले ही दिन एक अज्ञात मां अपने 15 दिन के नवजात को मोरगढ़ी गांव भवरदी रैय्यत के बीच करीब पुलिया के पास सुनसान रास्ते पर छोड़ गई। चरवाहे ने उसके रोने की आवाज सुनी। इसके बाद सरपंच को सूचना दी। पुलिस को सूचना मिलने के बाद आशा कार्यकर्ता के साथ नवजात को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। अब पुलिस नवजात की मां को खोज रही है। खास बात यह है कि नवजात से कुछ ही दूरी पर एक आधार कार्ड भी पड़ा मिला है,इस आधार पर पुलिस आगे जांच कर रही है।
--- रविवार सुबह जब एक चरवाहा मवेशियों को चराने के लिए नाले के पास से गुजर रहा था। इस दौरान उसे पुलिया के नीचे सीमेंट के पाइप के अंदर से बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। उसने पास जाकर देखा।जहां,कपड़ों में लिपटा नवजात रो रहा था। चरवाहे ने भवरदी रैयत के सरपंच रामनारायण ने डायल 100 व पुलिस को सूचना दी। जिस स्थान पर नवजात पड़ा मिला,उससे कुछ ही दूरी पर किसी राजकुमार धुर्वे निवासी सांवलखेड़ा के नाम का आधार कार्ड भी पड़ा था। पुलिस इस बिंदू पर भी उसके माता पिता को तलाशने का प्रयास कर रही है।इधर एएसआई देवकरण उइके सैनिक 24 देवी सिंह राजपूत, पायलट राजकुमार यादव मौके ने नवजात को प्राथमिक उपचार के लिए खिरकिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया डॉक्टर्स के अनुसार बच्चा स्वस्थ्य है।
फोटो लावारिस मिला नवजात।

अब आगे यह
पुलिस आंगनबाडी का रिकार्ड तलाश रही है,जिससे उन महिलाओं की जानकारी जुटाई जा सके,जिन्हें बीते 15 दिनों के दौरान डिलेवरी हुई। इसके साथ ही अस्पतालों का भी रिकार्ड खंगालेगी,जिससे बीते पखवाड़े में जन्में बच्चों की जानकारी जुटाई जा सके। इससे नवजात की मां को खोजने में मदद मिलेगी। इसके अलावा यह भी पता चल सकेगा कि उसकी ऐसी क्या मजबूरी रही कि उसे अपने ही खून को इस तरह से सर्दी में लावारिस छोड़ना पड़ा।

Published on:
01 Jan 2023 09:41 pm
Also Read
View All

अगली खबर