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हरदा-बैतूल फोरलेन निर्माण शुरू होने में और समय लगेगा

दस महीने निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण के दो चरण ही पूरे हुए, भारतमाला परियोजना के तहत हरदा से बैतूल तक १२२ किमी बनेगी सड़क

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हरदा

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Sanjeev Dubey

Jan 15, 2019

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Harda-Betul case for forelane

हरदा. इंदौर-बैतूल राष्ट्रीय राजमार्ग 59 ए को दो हिस्सों में बांटकर इसे फोरलेन बनाने की प्रक्रिया खासी धीमी चल रही है। भारतमाला परियोजना के तहत दस महीने पहले हरदा-बैतूल खंड को एनएच ४७ नाम देकर फोरलेन बनाने संबंधी नक्शे को अंतिम रूप दिया गया था। फिलहाल इसके लिए जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई के चार में से दो चरण ही पूर्ण हो सके हैं। यानि निर्माण शुरू होने में करीब 3 महीने और लग सकते हैं।
ज्ञात हो कि मार्च 2018 में कलेक्ट्रेट में आयोजित बैठक के दौरान हरदा-बैतूल फोरलेन निर्माण की सर्वे रिपोर्ट पर आमजन और जनप्रतिनिधियों की राय जानी गई थी। तत्कालीन कलेक्टर अनय द्विवेदी की मौजूदगी में एनएचएआई द्वारा प्रोजक्ट के लिए नियुक्त ली एसोशिएट्स साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड की ओर से पॉवर पाइंट प्रजेंटेशन देकर सर्वे की विस्तृत जानकारी दी गई थी। तब हरदा से फोरलेन की शुरुआत का स्थान बदले जाने की मांग उठी थी। जिसे नक्शे में सुधार के रूप में मान्य भी किया गया था। फोरलेन की शुरुआत इंदौर रोड पर बड़ा हनुमान मंदिर के पास से, के बजाए छोटी हरदा बस स्टैंड के आसपास से करने पर सहमति बनी थी। इसके बाद से उम्मीद जताई जा रही थी कि फोरलेन का निर्माण जल्द शुरू हो जाएगा। एनएचएआई उक्त मार्ग निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण संबंधी कार्रवाई शुरू कर चुका है। बताया जाता है कि इसके दो चरण ही पूर्ण हो सके हैं। कार्रवाई के इतने ही चरण बाकी हैं। इसमें करीब दो महीने का समय लगेगा। इसके बाद टेंडर जारी होंगे। यानि निर्माण कार्य बारिश बाद ही शुरू होने की संभावना है।

दो चरणों में बनेगा फोरलेन
हरदा से बैतूल फोरलेन का निर्माण दो चरणों में पूर्ण किया जाएगा। पहले सेक्शन में बैतूल से चिचोली तथा दूसरे सेक्शन में चिचोली से हरदा मार्ग का निर्माण किया जाना है। जिले में यह हरदा से टेमागांव तक ३४ किमी बनेगा। टेमागांव के बाद वन क्षेत्र चालू हो जाता है। खबर है कि जिले की 2.८५५ हेक्टेयर वन भूमि फोरलेन निर्माण की जद में आएगी। इसके चलते यहां लगे पेड़ बड़ी संख्या में काटे जाएंगे। एनएचएआई ने इसके लिए वन विभाग से संपर्क किया है।

खेत जाने के रास्ते भी जुड़ेंगे
सर्वे रिपोर्ट फाइनल होने के बाद किसानों द्वारा खेत पहुंच मार्ग बंद होने पर चिंता जताई जाने लगी। एनएचएआई के अधिकारियों ने इसका समाधान करते हुए बताया था कि खेतों में जाने के रास्ते वीओपी के माध्यम से कनेक्ट किए जाएंगे। सिंचाई के साधनों को निर्माण के दौरान जरा भी नहीं छेड़ा जाएगा।

उड़ा के आगे रेलवे ओवरब्रिज भी बनेगा
एनएच के ट्रैफिक को रेलवे लाइन क्रॉस कराने के लिए ओवरब्रिज का निर्माण भी होगा। इसे उड़ा के आगे बनाया जाना प्रस्तावित है। शहर में बनने वाला आरओबी यथावत बनेगा।

भूमि अधिग्रहण सिक्स लेन की जरुरत अनुसार
एनएच पर भविष्य में टै्रफिक बढऩे से इसकी चौड़ाई बढ़ाना पड़ सकती है। खबर है कि हरदा-बैतूल खंड को सिक्स लेन बनाने के हिसाब से ही भूमि अधिग्रहण किया जा रहा है। यानी तब नए सिरे से भूमि अधिग्रहित करने की जरुरत नहीं पड़ेगी।

फिलहाल 6 0 की गति, बनने पर 100 की रफ्तार पकड़ेंगे वाहन
फिलहाल दस मीटर तक चौड़े इंदौर-बैतूल राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की गति सीमा 6 0 किमी प्रतिघंटा है। फोरलेन निर्माण का डिजाइन 100 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार अनुसार तकनीक से किया जाएगा।
15 गांवों की जमीन निर्माण से प्रभावित होगी
फोरलेन निर्माण में हरदा खुर्द, अबगांव खुर्द, उड़ा, खिड़कीवाला, भाटपरेटिया, बरकला, बेहराखेड़ी, बलियाखेड़ी, सोडलपुर, बहरागांव, सिरकंबा, नांदवा, डोलरिया, टेमागांव व उसकल्ली गांव की 149.४३१४ हेक्टेयर निजी भूमि व ३७.०४२१ हेेक्टेयर भूमि प्रभावित होगी।

हरदा-बैतूल फोरलेन निर्माण एक नजर में
- 122.३ किमी लंबाई
- 31.५२० किमी में तीन बायपास बनेंगे
- 7 बड़े पुलों का होगा निर्माण
- 37 छोटे पुल भी बनेंगे
- 2 टोल प्लाज़ा भी रहेंगे
- 33.९४० किमी सड़क बनेगी वनक्षेत्र में

इनका कहना है
फोरलेन के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। इसके चार में से दो चरण की प्रक्रिया बाकी है। लोगों की आपत्तियों का निराकरण करने में अधिग्रहण की प्रक्रिया धीमी हो जाती है। इसमें दो महीने और लग सकते हैं। टेंडर होने में करीब तीन महीने लग सकते हैं।
- रविप्रकाश, डिप्टी मैनेजर, एनएचएआई