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फागोत्सव में फूलों से खेली होली,फाग गीतों पर देर रात तक थिरके लोग

हरदा। सर्व ब्राम्हण समाज वेलफेयर सोसाइटी ने शनिवार देर रात फागोत्सव मनाया। इसमें वृंदावन की तर्ज पर सभी ने एक दूसरे पर फूल बरसाकर फाग खेला। होली और फाग की पारंपरिक गीतों की प्रस्तुति पर लोग देर रात तक उत्साह व उल्लास से थिरकते रहे। बृजभूमि में तब्दील आयोजन स्थल पर कृष्ण भक्ति में लीन सभी आयु वर्ग के लोगों ने कृष्ण भक्त साध्वी दुर्गा दीदी और भागवत कथावाचक श्री प्रिया दीदी के गाए भजनों पर काफी देर सामूहिक नृत्य किया।

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हरदा

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Mahesh bhawre

Mar 05, 2023

फागोत्सव में फूलों से खेली होली,फाग गीतों पर देर रात तक थिरके लोग

Holi played with flowers in Fagotsav, people dance till late night on Faag songs,Holi played with flowers in Fagotsav, people dance till late night on Faag songs,Holi played with flowers in Fagotsav, people dance till late night on Faag songs

---आयोजन से पहले श्रीकृष्ण और राधा की गोलापुरा से शोभायात्रा निकाली गई। इसमें समाज के सभी लोग नाचते गाते हुए शामिल हुए। आयोजन स्थल पहुंचकर हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ हुआ। इसके बाद श्रीकृष्ण व राधा का पूजन कर सभी ने उन पर फूल बरसाकर उनके साथ फाग खेला। इसके बाद राधा कृष्ण का वेश धारण किए कलाकार भी मंच से नीचे समाजजनों के बीच आ गए। इसके बाद करीब दो घंटे तक लगातार लोग उत्साह से फूलों की बरसात करते रहे। युवतियां और महिलाएं गोले घेरा बनाकर बीच में राधाकृष्ण के इर्द गिर्द फाग गीतों पर खूब नाचती रहीं।


भजन संध्या ने किया भाव विभाेर:सोसाइटी के संस्थापक सचिव शिशिर गार्गव ने बताया कि भजन संध्या में जय पुजारी,विक्रांत अग्रवाल व उनकी टीम ने होली व फाग के पारंपरिक गीत गाए। साध्वी दुर्गा दीदी व कथा श्रीप्रिया ने कृष्ण के जीवन को सरल उदाहरण के जरिए समझाते हुए कहा कि इंसान को कर्म करके फल प्रभु की इच्छा पर छोड़ देना चाहिए। यह निश्चित है कि जैसा कर्म होगा वैसा ही फल मिलेगा। उन्होंने कहा कि हम मन में किसी के लिए दुर्भावना न रखें। मानवता के नाते यथासंभव औरों की मदद करें। बदले की भावना न रखें,इससे हमारा भी नुकसान होता है,औरों की गलतियों को क्षमा करने की आदत सीखें। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति उत्सवों की है। उत्सव और त्योहार हमें न केवल आपस में जोड़ते हैं बल्कि उर्जा देते हैं। सोसाइटी के रजनीश शर्मा ने रंगों को प्रकृति को सबसे अनमोल और मानव जीवन के लिए जरूरी उपहार बताया। सोसाइटी ने समाजसेवियों व वरिष्ठजनों का सम्मान किया।